कमिश्नर ने सख्त रुख अपनाया
मंडलीय समीक्षा बैठक के दौरान कमिश्नर ने कहा कि इस प्रकार के विवाद समाज में गलत संदेश फैलाते हैं और प्रशासन ऐसे मामलों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि गौर ग्रेसियस सोसायटी में रहने वाले मुस्लिम परिवार को 18 साल हो चुके हैं और सभी नागरिकों को समान अधिकार प्राप्त हैं।
जानें क्या है पूरा मामला
गौर ग्रेसियस सोसायटी में शनिवार को कुछ लोग एकत्र होकर मुस्लिम परिवार पर आवास खाली करने का दबाव बनाने लगे। जब परिवार ने इसका विरोध किया तो सोसायटी में हंगामा हो गया। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों से बातचीत की। विरोध करने वालों ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए घर खाली कराने की मांग की थी।
निरोधात्मक कार्रवाई में 13 लोग पाबंद
शनिवार को पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ, लेकिन रविवार को फिर से तनाव देखने को मिला। इसके बाद पुलिस ने 12 लोगों को पाँच-पाँच लाख रुपये के मुचलके पर पाबंद किया। सोमवार को मुस्लिम परिवार पर भी इसी प्रकार की निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए पाँच लाख रुपये में पाबंद किया गया।
सोसायटी में पुलिस का लगातार निरीक्षण
मंगलवार को पुलिस ने दो बार सोसायटी में पहुंचकर दोनों पक्षों से बात की। पुलिस का कहना है कि अब दोनों पक्षों ने किसी प्रकार की परेशानी नहीं जताई है। एसपी सिटी विजय कुमार सिंह ने बताया कि स्थिति सामान्य है और सोसायटी में शांति बनी हुई है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भड़का विरोध
सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कुछ लोग सोसायटी में रह रहे मुस्लिम परिवार का विरोध करने लगे थे। जबकि जांच में सामने आया कि यह परिवार बीते 13 वर्षों से यहां निवास कर रहा है और पहले कभी कोई विवाद नहीं हुआ।