शराब की दुकान पर भिड़े मुलायम सिंह और सचिन कुमार
जानकारी के अनुसार, करनपुर निवासी अधिवक्ता योगेंद्र कुमार ठाकुरद्वारा तहसील में वकालत करते थे और उनके चचेरे भाई मुलायम सिंह प्लॉटिंग का काम करते हैं। गांव चंदूपुरा निवासी सचिन कुमार और मुलायम सिंह के बीच प्रॉपर्टी को लेकर पहले से ही रंजिश चली आ रही थी। शुक्रवार रात करीब 8 बजे करनपुर की शराब की दुकान पर दोनों की मुलाकात हो गई। गाली-गलौज के बाद मामला इतना बढ़ा कि दोनों के बीच मारपीट शुरू हो गई।
परिजन भी भिड़े, लाठी-डंडों से हमला
मारपीट की खबर मिलते ही दोनों ने अपने-अपने परिजनों को मौके पर बुला लिया। कुछ ही देर में दोनों पक्षों के लोग लाठी-डंडे लेकर आ पहुंचे और एक-दूसरे पर टूट पड़े। संघर्ष के दौरान सचिन कुमार पक्ष के लोगों ने अधिवक्ता योगेंद्र कुमार के सिर पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इसी दौरान मुलायम सिंह भी बुरी तरह घायल हो गए।
अस्पताल में इलाज के दौरान अधिवक्ता की मौत
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और किसी तरह विवाद पर काबू पाया। पुलिस ने दोनों घायलों को जिला अस्पताल भेजा। अधिवक्ता योगेंद्र कुमार की हालत गंभीर होने पर उन्हें मेरठ रेफर किया गया, जहां शनिवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
परिजनों द्वारा शव गांव लाए जाने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को भेजा। मुलायम सिंह की तहरीर पर पुलिस ने सचिन कुमार, कुलदीप सिंह, राज कुमार और पुष्पेंद्र उर्फ चुन्नी के खिलाफ हत्या समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।