मुरादाबाद की बिलारी थाना पुलिस ने राम रतन इंटर कॉलेज के पास चेकिंग के दौरान एक दिल्ली नंबर की कार को रोका, जिसमें दो युवक और एक महिला सवार थी। चेकिंग के दौरान पुलिस ने कार से 1.140 किलोग्राम चरस और 1220 रुपये बरामद किए गए। गाड़ी के कोई दस्तावेज भी उनके पास नहीं थे। इसलिए पुलिस ने कार को भी मोटर व्हिकल एक्ट के तहत सीज कर लिया है। तस्करों की पहचान निलंबित लेखपाल ललित गौतम, चांद और छाया के तौर पर हुई है।
तस्करी गैंग का पता लगा रही पुलिस
पुलिस तस्करी गैंग का पता लगाने में जुटी हुई है। महिला ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि दोनों युवकों ने उसे मोटे मुनाफे के चक्कर में रिक्रूट किया था। बिलारी पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है। एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि नशा तस्करी के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। मुरादाबाद पुलिस इस मामले में गहन जांच कर रही है ताकि इस तस्करी नेटवर्क के अन्य सदस्यों का भी पता लगाया जा सके।
निलंबित लेखपाल चरस तस्करी में अरेस्ट
यह सनसनीखेज कार्रवाई 2 जुलाई 2025 की तड़के स्टेशन रोड पर हुई, जब पुलिस गश्त पर थी। तस्कर ललित गौतम, बदायूं के आवास विकास कॉलोनी का रहने वाले है। बिलारी तहसील में वह राजस्व लेखपाल था। 10 जुलाई 2024 को एक महिला के मुकदमे और विभागीय लापरवाही के चलते उसे निलंबित कर दिया गया था। निलंबन के बाद वह तहसील के रजिस्ट्रार कानूनगो कार्यालय से संबद्ध था, लेकिन उसका असली चेहरा अब सामने आया है। निलंबित लेखपाल को ही चरस तस्करी का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।