पोरसा में 4.95 करोड़ से हो रहा सडक़ व नाले का घटिया निर्माण
कलेक्टर से की जा चुकी है शिकायत, भाजपा पार्षद सहित जनता बोली, अधिकारी नहीं करते कार्य की मॉनिटरिंग, छह माह में बननी थी सडक़, दो साल में पूरा नहीं हो सका कार्य, कार्यपालन यंत्री ग्वालियर कर रहे हैं सडक़ निर्माण की जांच
मुरैना. पोरसा में बस स्टैंड से भुमिया नहर तक करीब दो किमी की सडक़ का निर्माण 4 करोड़ 95 लाख की लागत से हो रहा है। इतनी बड़ी राशि का मद होने के बाद भी सडक़ निर्माण में गुणवत्ताहीन कार्य किया जा रहा है। भाजपा पार्षद सहित जनता इस घटिया स्तर के हो रहे निर्माण को लेकर कई बार शिकायत कर चुकी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है।
मुख्यमंत्री अधासंरचना चतुर्थ चरण के अंतर्गत बस स्टैंड अंबाह रोड पोरसा से किर्रायच नहर भुमिया तक सीसी रोड व नाला निर्माण के लिए जय मातादी इंटरप्राइजेज भिंड द्वारा कार्य का ठेका वर्ष 2023 में हुआ था। उसमें स्पष्ट निर्देश थे छह माह में कार्य पूरा करना था लेकिन दो साल हो गए अभी तक करीब 50 प्रतिशत ही काम हो सका है। शिकायत यह है कि उक्त निर्माण कार्य प्राक्कलन मुताबिक नहीं किया जा रहा है, न ही निविदा अनुबंध की शर्तों के मुताबिक समय-सीमा में कार्य नहीं करने के विरूद्ध ठेकेदार पर किसी भी प्रकार की पैनल्टी नहीं लगाई गई है। इससे लगता है कि यह सब अधिकारियों से सांठगांठ से चल रहा है। उक्त निर्माण कार्य के समय दुर्घटना के बचाव के लिए टेण्डर शर्तों के अनुसार किसी भी प्रकार के बैरिकेड्स व चेतावनी संकेतक बोर्ड नहीं लगाए गए है। जिससे आए दिन निर्माणाधीन मार्ग पर दुर्घटनाएं हो रही है। टेण्डर नियमानुसार कार्य हेतु आरएमसी मिक्सर प्लॉट स्थापित कर कार्य किया जाना था परन्तु प्लांट स्थापित न करते हुए सीसी रोड एवं नाला निर्माण मजदूरों द्वारा घटिया तरीके से किया जा रहा है।
उपयोग चंबल रेत का, बिल सिंध के नाम से
उक्त निर्माण कार्य में प्रतिबंधित चम्बल नदी का रेत चोरी कर लगाया जा रहा है। भुगतान में बिल सिंध नदी का लगाया जा रहा है। घटिया सामग्री का उपयोग स्क्रेप गिट्टी, सीमेन्ट किए जाने से निर्माण डिस्मेंटल करने एवं डम्प किए गए रेत को नष्ट करने तथा प्रतिबंधित रेत को लगाए जाने के विरूद्ध नगर पालिका के अधिकारियों पर दण्डात्मक ेकार्रवाई किए जाने की भी शिकायत की गई है।
कार्यपालन यंत्री ने लिए गिट्टी, सीमेंट व रेत के सेंपल
शिकायत के बाद पूरे मामले की जांच उपसंचालक नगरीय निकाय ग्वालियर कार्यालय में पदस्थ कार्यपालन यंत्री नवनीत शर्मा द्वारा की जा रही है। उनके द्वारा पोरसा पहुंचकर सडक़ से गिट्टी, सीमेंट, रेत सहित निर्माणाधीन मटेरियल के सेंपल ले लिए हैं, उनको जांच हेतु लैब में भेजा गया है। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
ये बोले लोग
मैंने कलेक्टर व सीएमओ को शिकायत की थी। सडक़ निर्माण का निर्माण छह महीने में होना था, दो साल हो गए। घटिया स्तर का निर्माण हो रहा है, प्रतिबंधित चंबल नदी का रेत लगाया जा रहा है। मामले की जांच कार्यपालन यंत्री ग्वालियर द्वारा की जा रही है।
हरीशरण तिवारी, भाजपा पार्षद, वार्ड क्रमांक 13
सडक़ निर्माण गुणवत्ताहीन हो रहा है। नाले में टेंडर की शर्तों के मुताबिक नहीं लगाया जा रहा है। नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारी कार्य की समय समय पर मॉनीटरिंग नहीं करते, इसलिए ठेकेदार द्वारा मनमानी पूर्वक घटिया स्तर का निर्माण कराया जा रहा है।
राहुल तोमर, रहवासी
ये बोले जिम्मेदार
बस स्टैंड से भुमिया नहर तक बनाई जा रही सडक़ व नाले की शिकायत मिली थी। हमारे यहां कार्यपालन यंत्री स्तर के तकनीकी अधिकारी नहीं हैं, इसलिए उप संचालक कार्यालय ग्वालियर के कार्यपालन यंत्री जांच कर रहे हैं।
अवधेश सेंगर, सीएमओ, नगर पालिका, पोरसा
यह बात सही है कि पोरसा की सडक़ व नाले की जांच मेरे द्वारा की जा रही है। मैंने पोरसा पहुंचकर मौके से गिट्टी, सीमेंट, रेत सहित अन्य मटेरियल के सेंपल ले लिए हैं, उनको जांच के लिए लैब में भेजा गया है, रिपोर्ट आने पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।