मुरैना. जिले में 35 विकासखंड अकादमिक समन्वयक (बीएसी) एवं 128 जनशिक्षक (सीएसी) की काउंसलिंग पर कर्मचारी संगठन व शिक्षकों ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना हैं कि राज्य शिक्षा केन्द्र के नियमों की अनदेखी की गई है। इसलिए निर्देशों का पालन करते हुए दोबारा से काउंसलिंग कराई जाए।
बीएसी व सीएसी की काउंसलिंग के लिए सबसे बड़ी विसंगति उम्र को लेकर सामने आई है। राज्य शिक्षा केन्द्र से जो पत्र आया था उसमें लिखा है एक जनवरी की स्थिति में उम्र 52 साल होनी चाहिए लेकिन ये नहीं लिखा है कि किस साल की जनवरी मान्य होनी चाहिए। इसके लिए कलेक्टर प्रतिनिधि, जिला पंचायत सीईओ व मिशन संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी, डाइट प्राचार्य, जिला समन्वयक की बैठक में तय करना था कि कौनसी साल की जनवरी मान्य की जाए लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उसके अलावा ग्वालियर चंबल संभाग के अन्य जिलों में जनशिक्षकों की नियुक्ति विषयबार हुई है, जिसमें एक संकुल पर एक गणित या विज्ञान और दूसरा कला का शिक्षक सीएसी बनाया गया है लेकिन मुरैना में एक ही विषय के शिक्षकों को एक साथ सीएसी बनाया गया है। वहीं काउंसलिंगग में डीपीसी, एपीसी व उनके कार्यालय के कर्मचारी ही मौजूद रहे।
क्या बोले कर्मचारी संगठन के पदाधिकरी
बीएसी, सीएसी की काउंसलिंग में राज्य शिक्षा केन्द्र के निर्देशों का पालन नहीं किया गया है। उम्र की साल स्पष्ट नहीं की गई। इसलिए इसको निरस्त कर नए सिरे से काउंसलिंग होना चाहिए।
ब्रजेश शर्मा, जिलाध्यक्ष, म प्र राज्य कर्मचारी संघ, मुरैना
बीएसी, सीएसी की काउंसलिंग में जो अनियमितताएं हैं, संशोषित कर विषयबार सूची जारी करें, जो सीनियर रह गए हैं, उनको प्राथमिकता देते हुए सूची जारी की जाए।
पवन परिहार, जिलाध्यक्ष, म प्र शिक्षक संघ, मुरैना
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