मुरैना. ल्हौरी का पुरा के पास नहर पर चंबल रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर से बाइक सवार के घायल होने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने देवगढ़ पुलिस का विरोध किया और ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए चार ट्रैक्टर व पांच ट्रॉलियों को पुलिस को देने से इंकार करते हुए वन विभाग के सुपुर्द कर दिया। यहां बता दें कि देवगढ़ थाना क्षेत्र में पुलिस व माफिया गठबंधन से रोजाना चंबल रेत से भरे सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियां नहर के रास्ते कैलारस, सेमईं व सबलगढ़ क्षेत्र के लिए निकलते हैं, वह भी एक साथ दर्जनों तेज रफ्तार में निकलते हैं जिससे ग्रामीणों का शाम ढलने के बाद नहर पर टहलना व बैठना बंद हो गया हैं, वहीं नहर के नजदीक बने घरों में बसे लोग काफी भयभीत रहते हैं। स्थिति यह है कि गुढ़ाचंबल चंबल नदी के घाट से ही चार सैकड़ा ट्रैक्टर-ट्रॉली रोजाना निकलता है, वह भी थाने के सामने से आसानी से निकलते रहते हैं, लेकिन पुलिस पकडऩा तो दूर रोकने का प्रयास तक नहीं करती। मंगलवार की रात को राष्ट्रीय चंबल अंभ्यारण्य के अधीक्षक भूरा गायकवाड़, गेंम रेंज आफीसर देवरी, वन परिक्षेत्र जौरा, वन परिक्षेत्र मुरैना के स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और चंबल रेत से भरे ट्रैक्टर- ट्रॉलियों को जेसीबी सीधा करके देवगढ़ थाने में रखवाया गया। जब्त वाहनों की कीमत करीब 25 लाख रुपए बताई गई है। ग्रामीणों के अनुसार पुलिस के जिम्मेदारों पर माफिया के फोन भी आ रहे थे लेकिन विरोध के चलते पुलिस कुछ नहीं कर सकी।
सिकरवारी में नहर किनारे के गांवों के लोग माफिया के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना हैं कि पूर्व में भी रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली से कई लोग चोटिल हो चुके हैं। पुलिस को कई बार शिकायत की है लेकिन राजनीतिक दबाव और माफिया की सांठगांठ के चलते पुलिस कार्रवाई नहीं कर पाती है। ग्रामीणों ने एलान कर दिया है कि अगर बाइक सवार घायल राजवीर सिकरवार को कुछ हुआ तो नहर के रास्ते माफिया का रास्ता पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। हालांकि बुधवार को नहर के रास्ते रेत से भरा एक भी ट्रैक्टर-ट्रॉली नहीं निकला है और देवगढ़ थाना क्षेत्र के जितने भी चंबल नदी के घाट थे, उन पर माफिया पहुंचा तक नहीं हैं अर्थात माफिया को फोन करके बता दिया है इसलिए कारोबार पूरी तरह बंद रहा।
देवगढ़ थाना क्षेत्र में ल्हौरी का पुरा गांव के पास अवैध उत्खनन करके रेत भरकर जा रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली ने बाइक सवार को एक्सीडेंट करके घायल कर दिया। ग्रामीणों ने दुर्घटनाकारित ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ चार अन्य ट्रैक्टर-ट्रॉली को ग्रामीणों के सहयोग से पकड़ा है। आगे भी इस तरह की कार्रवाई की जाती रहेगी।
भूरा गायकवाड़, अधीक्षक, राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य
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