घटना शुक्रवार रात साढ़े बजे की बताई जा रही है। आरोप है कि निजी स्कूल के प्रिंसिपल धोंडीराम भोसले ने लकड़ी के डंडे से अपनी बेटी को तब तक पीटा जब तक वह गंभीर रूप से घायल नहीं हो गई। हैरानी की बात यह रही कि घायल साधना को उसी रात अस्पताल नहीं ले जाया गया। अगले दिन जब वह घर में अचेत पड़ी मिली, तब अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
साधना बारहवीं कक्षा में साइंस से पढ़ रही थीं। वह आटपाडी के एक कॉलेज में रहकर पढ़ाई कर रही थी। घटना के दो दिन पहले ही वह अपने घर नेलकरंजी आई थी। जैसे ही पिता को पता चला कि उसकी बेटी को नीट परीक्षा की मॉक टेस्ट में कम अंक मिले हैं, तो उन्होंने नाबालिग कि क्रूरता से पिटाई कर दी। रात को पिटाई के बाद धोंडीराम अगली सुबह जल्दी उठे और योग दिवस कार्यक्रम के लिए स्कूल चले गए।
पुलिस में शिकायत पीड़िता की मां प्रीति भोसले ने दर्ज कराई, जिसके बाद आरोपी पिता को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के अनुसार, साधना पढ़ाई में बेहद होशियार थी और उसने दसवीं कक्षा में 92% अंक हासिल किए थे। उसका सपना डॉक्टर बनने का था, लेकिन मॉक टेस्ट में अच्छे मार्क्स न आने पर पिता ने गुस्से में आकर उसकी जान ले ली। पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है।