महाराष्ट्र में आगामी महानगरपालिका चुनाव से पहले सोलापुर की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। बीजेपी की पहली महापौर रह चुकीं शोभा बनशेट्टी ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल हो गयीं। इसे निकाय चुनाव से पहले स्थानीय राजनीति में बीजेपी के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
शोभा बनशेट्टी का यह फैसला सोलापुर महानगरपालिका की राजनीति में समीकरणों को नया मोड़ देने वाला है। 2017 में जब बीजेपी ने महानगरपालिका पर सत्ता हासिल की थी, तब बनशेट्टी महापौर बनी थीं। वे बीजेपी कि वरिष्ठ नगरसेविका के रूप में जानी जाती थीं, लेकिन समय के साथ बीजेपी विधायक विजयकुमार देशमुख से उनके मतभेद बढ़ते गए। इन्हीं मतभेदों के चलते उन्होंने पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी छोड़ दी और देशमुख के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था।
हालांकि अब उन्होंने बीजेपी को पूरी तरह से अलविदा कहते हुए मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान शिवसेना (शिंदे गुट) का दामन थाम लिया। इस मौके पर एनसीपी (शरद पवार गुट) के विधायक नारायण पाटिल, कांग्रेस छोड़कर शिवसेना में आए पूर्व विधायक सिद्धराम म्हेत्रे, शिवसेना लोकसभा संपर्क प्रमुख महेश साठे, कांग्रेस शहर प्रवक्ता अशोक निंबर्गी सहित कई नेता मौजूद थे।
शिवसेना में शामिल होते ही शोभा बनशेट्टी ने कहा, मैं सोलापुर के विकास के लिए एकनाथ शिंदे साहेब के साथ मिलकर काम करूंगी। उनके इस कदम से सोलापुर के आगामी महानगरपालिका चुनाव में बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल सकती है। इस घटनाक्रम के बाद सोलापुर में चुनावी मुकाबला और अधिक रोचक होने कि उम्मीद है।
गौरतलब हो कि महाराष्ट्र के 29 नगर निगमों में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं और इसके लिए वार्ड परिसीमन प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही राज्य की 32 जिला परिषदों, 336 पंचायत समितियों और 248 नगरपालिका परिषदों के लिए भी चुनाव इसी साल के अंत तक हो सकते हैं।
Hindi News / Mumbai / Maharashtra Politics: एकनाथ शिंदे ने बिगाड़ा बीजेपी का खेल? नगर निगम चुनाव से पहले लगा बड़ा झटका