महाराष्ट्र विधानसभा में बोलते हुए सीएम फडणवीस ने नासिक के मालेगांव जिले में जांच किए जा रहे कथित टेरर फंडिंग के मामले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, भारतीय चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप के सबूत मिले है, जो देश में अस्थिरता चाहती है, जिससे देश की तर्रकी में बाधा आये।
इस दौरान फडणवीस ने यह भी कहा कि उनका इरादा विपक्ष की देशभक्ति पर सवाल उठाना नहीं है, लेकिन विपक्ष को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे चुनाव जीतने के लिए किसे अपना कंधा दे रहे हैं।
विधानसभा में उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भाग लेने वाले 180 संगठनों में से 40 को फ्रंटल संगठनों के रूप में नामित किया गया था, वो भी तब जब महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी (अविभाजित) की सरकार थी और केंद्र में मनमोहन सिंह ने नेतृत्व वाली यूपीए सरकार सत्ता में थी। सीएम ने दावा किया कि इन संगठनों ने विधानसभा चुनाव में भी महाविकास अघाडी (MVA) के लिए प्रचार किया था।
बीजेपी नेता फडणवीस ने कहा, “भारत जोड़ो के 180 अलग-अलग संगठन हैं। इनमें से 40 संगठनों ने चुनाव के दौरान भारत जोड़ो के लिए कार्यक्रम आयोजित किये और पर्चे छापे। इनमें से 48 संगठनों को पहले फ्रंटल संगठन के रूप में नामित किया जा चुका है। तत्कालीन गृह मंत्री आरआर पाटिल ने इसका जिक्र किया था। 18 फरवरी 2014 को मनमोहन सिंह सरकार के दौरान केंद्र सरकार ने लोकसभा में 72 फ्रंटल संगठनों का जिक्र किया था, जिनमें से 7 संगठन भारत जोड़ो से जुड़े हैं। महाराष्ट्र एटीएस द्वारा एंटी-नक्सल ऑपरेशन में जिन 13 संगठनों के नाम लिए थे, उनका संबंध भारत जोड़ो से है।”
कांग्रेस ने किया पलटवार
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, “मेरा सवाल सत्ता पक्ष से है कि आपकी सरकार महाराष्ट्र में है, केंद्र में है। आप अपनी कमजोरी छिपाने का काम कर रहे हो। राहुल गांधी ने देश के लोगों को इकट्ठा करने के लिए यात्रा की। राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ रही है उसे कलंकित करने का पाप महाराष्ट्र विधानसभा में मुख्यमंत्री ने किया है…”