नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार (15 फरवरी) की रात 8.30 बजे के करीब प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 16 पर हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई। राज्यसभा सांसद राउत ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ 2025 के आयोजन में सरकार की अव्यवस्था के कारण यह हादसा हुआ। राउत ने कहा, मेरी जानकारी के अनुसार भगदड़ में कम से कम 120 से 150 लोग मारे गये। सरकार आंकड़े छुपा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी महाकुंभ को अपने राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग कर रही है… लोगों में भ्रम फैल रहा है कि उन्हें सिर्फ जाना है और बाकि सभी व्यवस्थाएं सरकार द्वारा की जाएंगी, लेकिन असलियत में ऐसा नहीं है। ऐसी अव्यवस्था कभी किसी कुंभ में नहीं हुई थी। कल सीएम योगी कह रहे थे कि 50 करोड़ लोग आये हैं। लेकिन वह ये नहीं बताते की वहां कितने मरे।
पीएम क्या कर रहें है?
राउत ने दावा किया कि महाकुंभ में सात हजार से ज्यादा लोग लापता हैं.. सरकार को महाकुंभ में मरने वालों के बारे में स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार से सवाल किया कि इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं, और मृतकों की सही संख्या क्यों छुपाई जा रही है। लोग ट्रेन की खिड़कियां तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रेन के दरवाजे तोड़ रहे हैं। सरकार क्या कर रही है? मोदीजी क्या कर रहे हैं?
फडणवीस ने जताया दुख
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और सभी इस घटना पर दुख हुआ है, और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन निश्चित रूप से उचित कार्रवाई करेगा।’ इस बीच, सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की है। रेलवे ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल यात्रियों को 1 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। हालांकि, विपक्ष ने जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है।