मृतक की पहचान गणेश सखाहरी चत्तर के रूप में हुई है, जो कोपरगांव तालुका के हांडेवाडी गांव के निवासी थे। गणेश 8 जून से लापता थे और कुछ दिनों बाद उनका शव नांदुरखी बुद्रुक गांव के पास गन्ने के खेत में पाया गया। पीठ पर धारदार हथियार से वार किया गया था।
अपहरण के बाद निर्मम हत्या
पुलिस जांच में सामने आया कि जब गणेश पैदल जा रहे थे, तभी नशे में धुत सात नाबालिगों ने उनका अपहरण किया। पहले उन्हें लाठी और मुक्कों से पीटा, फिर गला दबाकर और चाकू से हमला कर उनकी जान ले ली। हत्या के बाद शव को गन्ने के खेत में फेंककर आरोपी उनका मोबाइल लेकर भाग निकले। मोबाइल बेचकर पार्टी
हत्या के बाद इन नाबालिगों ने मृतक का मोबाइल 4,500 रुपये में शहर के एक दुकानदार को बेच दिया। उस पैसे से आरोपियों ने बर्थडे पार्टी मनाई। जैसे ही चोरी के मोबाइल को एक आरोपी ने चालू किया तो पुलिस को सुराग मिल गया और मोबाइल की ट्रैकिंग से सातों नाबालिग आरोपी पकड़ में आ गए।
जांच में हुए चौंकाने वाले खुलासे
हत्या की जानकारी तब सामने आई जब पुलिस को नांदुरखी बुद्रुक गांव के खेत में एक अज्ञात शव मिला। 13 जून को मेडिकल रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि मृतक की धारदार हथियार से हत्या की गई है। पुलिस ने शव की पहचान के लिए तकनीकी जांच की और मृतक के मोबाइल नंबर को ट्रेस किया। मोबाइल की जांच में यह पता चला कि इसे एक नाबालिग ने बेचा था। दुकानदार से पूछताछ करने पर जानकारी मिली कि आरोपी लड़कों ने मोबाइल बेचकर पार्टी की है। पुलिस ने सातों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया। जांच में यह भी सामने आया कि कुछ आरोपी नशे की हालत में थे और उनके पास से शराब की बोतलें भी बरामद हुईं।
शिर्डी पुलिस थाने में इस मामले में अपहरण और हत्या का मामला दर्ज किया गया है। सातों नाबालिगों को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है।