मुंबई में मराठी, मारवाड़ी और गुजराती विवाद फैलाने की कोशिश
अरुण सावंत ने शनिवार को आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि जैसे-जैसे महानगरपालिका चुनाव पास आ रहे हैं, कुछ लोग
मुंबई में मराठी, मारवाड़ी और गुजराती समुदायों के बीच विवाद पैदा करने की कोशिश करेंगे। यह एक खतरनाक और झूठा नैरेटिव है जो केवल राजनीति के तहत फैलाया जा रहा है। मराठी व्यक्ति की विशेषताएं शौर्य, साहस, और कर्मठता में निहित हैं और वह कभी भी अन्याय सहन नहीं करते।
बालासाहेब ठाकरे के विचारों का पालन करती है शिवसेना
उन्होंने कहा कि शिवसेना, जो अपने संस्थापक और हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे के विचारों का पालन करती है, वह हमेशा मराठी व्यक्ति के अधिकारों और न्याय के लिए खड़ी रही है। उन्होंने एकनाथ शिंदे की शिवसेना को लेकर कहा कि हम मराठी व्यक्ति और महाराष्ट्र की अस्मिता की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर हैं। आरोप लगाया गया कि संजय राऊत और उनके जैसे नेताओं ने पहले ही मराठी लोगों को मुंबई से हटा दिया है और महाराष्ट्र की अस्मिता को गांधी परिवार की सेवा में गिरवी रख दिया है। इसके बावजूद, वह झूठे आरोप लगा रहे हैं।
संजय राऊत ने मुंबई की रक्षा के लिए कुछ नहीं किया
सावंत ने चेतावनी देते हुए कहा कि भाजपा या कोई अन्य दल मुंबई और महाराष्ट्र पर गलत नजर डालने की कोशिश करेगा, तो शिवसेना इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। संजय राऊत पर निशाना तेज करते हुए उन्होंने कहा कि यह राजनीति का हिस्सा है। पिछले 25-30 वर्षों में जब संजय राऊत के पास मुंबई महानगरपालिका की सत्ता थी, तब उन्होंने महाराष्ट्र की अस्मिता की रक्षा के लिए कुछ भी नहीं किया। वह केवल मुंबई के संसाधनों को लूटने में व्यस्त रहे। संजय राऊत के झांसे में नहीं आएंगे मुंबई के लोग
सावंत ने आगे कहा कि मुंबई एक कॉस्मोपॉलिटन सिटी है, जहां विभिन्न जातियों, धर्मों और समुदायों के लोग मिलजुलकर रहते हैं और अपना काम करते हैं। मुंबई के लोग सजग हैं और वह संजय राऊत के झांसे में नहीं आएंगे। वह महायुति को समर्थन देंगे क्योंकि महायुति का हमेशा विकास और समृद्धि पर ध्यान रहा है। वह महाराष्ट्र को नंबर-1 बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
इनपुट: आईएएनएस