इससे पहले एक दिन के अवकाश के बाद शुक्रवार को खुली मंडी में सुबह से ही अधिक आवक का असर दिखने लग गया। सुबह 11.30 बजे तक मंडी में वाहनों के जाम जैसी स्थिति बन गई। देखते ही देखते कुछ ही देर में मंडी के सभी प्लेटफॉर्स, यार्ड्स और डोम कृषि जिंसों की ढेरियों से अट गए। मंडी समिति ने व्यवस्थाएं संभालते हुए वाहनों को पीछे के गेट से बाहर निकाला। मंडी सचिव डॉ. यशपाल लटियाल ने बताया कि मंडी में 80 हजार बैग्स की आवक हुई। देर शाम तक मंडी में ढेरी बोली का कार्य चलता रहा। व्यापारी, पल्लेदार देर रात तक मंडी में ही रुककर माल की तुलाई-भराई और लोडिंग के कार्य में लग गए।
अब दो दिन अवकाश
मंडी व्यापार एवं उद्योग संघ अध्यक्ष हस्तीमल डोसी ने बताया कि अधिक आवक की वजह से मंडी में व्यापारिक सप्ताह के अंतिम दिन शनिवार को बैंकिंग होलिडे रखा गया। वहीं इसके अगले दिन रविवार को साप्ताहिक अवकाश रहेगा। जिसके चलते अब मंडी सोमवार को खुलेगी।
मंडी के बाहर 3-3 किमी में वाहनों की डबल लाइनें
अधिक आवक के कारण मंडी के बाहर दोनों तरफ ट्रैक्टर-ट्रॉली, लोडिंग जीप सहित वाहनों की 3-3 किमी लंबी लाइनें लग गई। सोगावास रोड पर स्पोर्ट्स हॉस्टल और कॉलेज रोड पर पेट्रोल पप तक ट्रैक्टर-ट्रोलियों की लंबी कतारें लग गई। जिसकी वजह से आवागमन भी बाधित हुए। बैग आवक कृषि जिंस आवक जीरा 20000 ईसबगोल 15000 रायड़ा 12000 सौंफ 10000 सिंधीसुआ 6000 चना 4000 ग्वार 3000