
देशवाल निवासी नाबालिग बालिका गुड्डी और राधा के पिता कुशालराम ने बताया कि उसकी पत्नी और बेटियां काफी समय से ननिहाल में रह रही हैं। गुड्डी की जन्म तिथि 7 जुलाई 2009 और राधा की 7 सितबर 2011 है। उसने बताया कि राशन कार्ड, आधार कार्ड और जन आधार कार्ड में बच्चियों की जन्म तिथि यही लिखी है। दो दिन पहले उसे किसी तीसरे व्यक्ति से सूचना मिली कि उसकी दोनों नाबालिग बेटियों की शादी करवाई जा रही है। इस पर उसने 11 जून को सभी दस्तावेजों के साथ कलक्ट्रेट कंट्रोल रूम और श्रीबालाजी थाने में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन किसी ने गंभीरता से कार्रवाई नहीं की।
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फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनावाया
कुशालराम ने बताया कि उसके ससुर सुगनाराम और ससुराल पक्ष के अन्य लोगों ने एक महीने पहले गुड्डी का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवा लिया और जब पटवारी व पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो वह प्रमाण पत्र दिखा दिया। जबकि गुड्डी का जन्म प्रमाण पत्र एक महीने पहले यानी 10 मई 2025 को ही मुंडासर से बनवाया गया है। गुड्डी के मामा ने बताया कि गुरुवार को वे श्रीबालाजी थाने जाकर पूरी सूचना देकर आए, लेकिन पुलिस ने शादी होने के बाद जब गाड़ियां चली गई, तब फोन किया।
‘मेडिकल जांच करवा लेंगे’
मुंडासर में नाबालिग बालिकाओं की शादी की सूचना मिलने पर पटवारी को मौके पर भेजा था, जिसने परिवार को पाबंद कर दिया था। यदि किसी ने जन्म प्रमाण पत्र में छेड़खानी करके उम्र बढ़ाई है तो मेडिकल बोर्ड से उम्र पता करवा लेंगे।
-नरसिंह टाक, तहसीलदार (नागौर)