CG News: शहीद स्मारक में श्रद्धांजलि सभा का किया गया था आयोजन
अंदरुनी इलाका होने की वजह से उन्हें उपचार देने देरी हो गई। इसकी वजह से घायल जवान बीरेंद्र कुमार शोरी ने जंगल मे दम तोड़ दिया। बाद में
पुलिस टीम उनके शव को लेकर जिला मुख्यालय पहुंची। शहीद हुए जवान बीरेंद्र कुमार को गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे जिला मुख्यालय लाया गया। इसके बाद कुहारपारा स्थित रक्षित केंद्र में शहीद स्मारक में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था।
जहां पर शहीद जवान बीरेंद्र को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद बस्तर आईजी पी सुंदरराज, कलेक्टर विपिन मांझी, एसपी प्रभात कुमार सहित बीएसएफ, आईटीबीपी कमांडेंट, पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी जनप्रतिनिधियों ने शहीद जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सड़क मार्ग से उनके गृहग्राम के लिए रवाना किया गया।
जवान ने जंगल में ही तोड़ दिया था दम
अबूझमाड़ इलाके में नक्सलियों के उपस्थिति की सूचना 3 दिसबर को नारायणपुर, कोंडागांव डीआरजी एवं बीएसएफ की संयुक्त टुकड़ियां सर्चिंग के लिए रवाना हुई थी। इस सर्चिंग के दौरान अबूझमाड़ के वाला एव पांगुड गांव के मध्य जंगल मे बुधवार की दोपहर 1 बजे नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई। इस दौरान करीब 6 घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद नक्सली भाग निकले।
इस मुठभेड़ में नक्सलियों के गोली लगने के कारण डीआरजी का प्रधान आरक्षक बीरेंद्र कुमार शोरी गंभीर रुप से घायल हो गया। इससे जवान ने जंगल में दम तोड़ दिया था। इस जवान के पास रखी एके 47 रायफल एवं मैग्जीन को लूटकर नक्सली भाग खड़े हुए। इससे गुरुवार की सुबह शहीद जवान का शव जिला मुख्यालय लाया गया है।
जवान की शहादत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा
CG News: बस्तर आईजी, पी सुंदरराज ने जानकारी दी कि
नारायणपुर के पांगुड गांव के पास जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई थी। इस मुठभेड़ में डीआरजी जवान की शहादत हो गई। डीआरजी जवान के शहादत का नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा। फोर्स ने इलाके की सर्चिंग जारी रखी हुई है। जल्द नक्सलियों से निपटा जाएगा।