राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों भारतीय मूल के
बता दें कि त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला परसाद-बिसेसर दोनों भारतीय मूल की हैं। त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय प्रवासियों का इतिहास 180 साल पुराना है, जब 1838 में पहली बार भारतीय मजदूर समुद्री रास्ते से वहां पहुंचे।
भारतीय मूल के लोगों का है बोलबाला
आज, इस देश की भारतीय मूल के लोगों का बोलबाला है। पीएम मोदी इस दौरे के दौरान राष्ट्रपति कंगालू और प्रधानमंत्री कमला परसाद-बिसेसर के साथ उच्च स्तरीय वार्ता करेंगे, जिसमें डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, फार्मास्यूटिकल्स, नवीकरणीय ऊर्जा, कृषि, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित होगा।
घाना में दिखी भारत की संस्कृति की झलक
घाना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शानदार स्वागत हुआ। इस दौरान, अफ्रीकी सांसदों ने भारतीय पोशाक पहनकर सांस्कृतिक एकता और सम्मान का प्रदर्शन किया। पीएम मोदी के ऐतिहासिक भाषण के समय घाना की संसद में दो सांसद भारतीय परिधानों में दिखे, जो भारत और उसकी संस्कृति के प्रति उनके लगाव का प्रतीक था। महिला सांसद ने पहनी हुई थी साड़ी
घाना की संसद के वर्तमान अध्यक्ष अल्बान सुमाना किंग्सफोर्ड बागबिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के समापन पर टिप्पणी करते हुए देखा कि दो घानाई सांसद भारतीय परिधानों में सदन में उपस्थित थे। एक सांसद ने पारंपरिक भारतीय पगड़ी और बंद गले का सूट पहना था, जबकि एक महिला सांसद ने साड़ी पहनकर सभी का ध्यान आकर्षित किया। महिला सांसद ने अपनी भारतीय पोशाक प्रदर्शित करने के लिए खड़े होकर प्रधानमंत्री मोदी, अन्य सांसदों और नेताओं से खूब तालियां बटोरीं।