7 दिनों के अंदर मांगा जवाब
आयोग ने प्रशांत किशोर को नोटिस पर 7 दिन में जवाब देने को कहा है। बीपीएससी ने कहा कि अगर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने आयोग पर लगाए गए आरोप को 7 दिनों के अंदर साबित नहीं किया तो माना जाएगा कि उन्होंने बीपीएससी की छवि धूमिल करने के लिए आपराधिक साजिश रची थी।
9 दिनों से आमरण अनशन पर है प्रशांत किशोर
बता दें कि प्रशांत किशोर 9 दिनों से आमरण अनशन पर है। पीके बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं। अस्पताल में भर्ती है प्रशांत किशोर
जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने 2 जनवरी से राजधानी पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन की शुरुआत की थी। पुलिस ने 6 जनवरी को सुबह 4 बजे के करीब पीके को गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि इसी दिन देर शाम सिविल कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। बाद में 7 जनवरी को तबीयत बिगड़ने पर पीके को अस्पताल में भर्ती कराया गया। तब से पीके अस्पताल में ही भर्ती हैं। इस दौरान उनका आमरण अनशन भी जारी है।
पटना हाईकोर्ट में लगाई याचिका
बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर जन सुराज की तरफ से पटना हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई। जन सुराज की इस याचिका को कोर्ट ने मंजूर कर लिया। इस पर 15 जनवरी को सुनवाई होगी। याचिका में परीक्षा में कथित धांधली की जांच की मांग करते हुए फिर से परीक्षा कराने की मांग की गई है। इसके अलावा जांच होने तक परीक्षा का परिणाम भी जारी नहीं करने की मांग की है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि 13 दिसंबर को बीपीएससी की 70वीं संयुक्त परीक्षा 36 जिलों के 912 सेटरों पर आयोजित हुई थी। परीक्षा में करीब 3.25 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। छात्रों ने परीक्षा में कथित अनियमितता का आरोप लगाया और परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। दरअसल, बीपीएससी की परीक्षा को रद्द करने के साथ-साथ नॉर्मलाइजेशन को भी छात्र रद्द करने की मांग कर रहे हैं। वहीं जन सुराज संयोजक प्रशांत किशोर ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को लेकर बड़ा बयान दिया था, देखें वीडियो…