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Delhi Elections: ओखला सीट कभी थी कांग्रेस का गढ़, AAP को हैट्रिक की उम्मीद, जानिए पूरा समीकरण

Delhi Assembly Elections 2025: दक्षिण पूर्वी दिल्ली की ओखला सीट विधानसभा चुनावों में चर्चित सीटों में से एक है। भारतीय जनता पार्टी को इस सीट पर जीत की तलाश सालों से है।

नई दिल्लीJan 11, 2025 / 12:12 pm

Shaitan Prajapat

Delhi Assembly Elections 2025: दक्षिण पूर्वी दिल्ली की ओखला सीट विधानसभा चुनावों में चर्चित सीटों में से एक है। भारतीय जनता पार्टी को इस सीट पर जीत की तलाश सालों से है। बीजेपी ने अभी तक यहां जीत का स्वाद नहीं चखा है। अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी बीजेपी दूसरे नंबर पर रही है। ओखला सीट पर कभी कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। लेकिन अब आम आदमी पार्टी इस बार हैट्रिक की उम्मीद लगाए बैठी है। इस सीट पर आखिरी बार कांग्रेस ने 2013 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। इसके बाद साल 2015 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हाथों से यह सीट निकल गई। आप के प्रत्याशी अमानतुल्लाह खान ने जीत हासिल की और तब से उन्हीं का कब्जा है।

आप ने अमानतुल्लाह खान को फिर बनाया उम्मीदवार

यह सिलसिला 2020 के विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिला। आम आदमी पार्टी के अमानतुल्लाह खान ने लगातार दूसरी बार बड़ी जीत हासिल की थी। एक बार फिर आम आदमी पार्टी ने तीसरी बार इस विधानसभा सीट से अमानतुल्लाह खान को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, एआईएमआईएम ने जेल में बंद शफाउर रहमान खान को टिकट दिया है। हालांकि, अभी तक कांग्रेस और भाजपा ने इस विधानसभा सीट पर प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है।

2015 और 2020 में आप ने किया सीट पर कब्जा

ओखला विधानसभा सीट के इतिहास की बात करे तो 2015 और 2020 में अमानतुल्लाह खान ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों को हराया। इन दोनों विधानसभा चुनाव में भाजपा दूसरे नंबर पर रही थी। साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी आसिफ मोहम्मद खान ने जीत हासिल की। आसिफ ने आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को मात दी थी। उस समय बीजेपी प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे थे।

ओखला सीट पर कभी कांग्रेस का था दबदबा

इससे पहले साल 2008 में कांग्रेस के प्रत्याशी परवेज हाशमी ने चुनाव जीता था। उस समय आरजेडी के प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे जबकि बसपा तीसरे पायदान पर रही। वहीं, साल 2003 में कांग्रेस के प्रत्याशी चरण सिंह कंडेरा ने जीत हासिल की थी। उस समय बीजेपी दूसरे और बसपा तीसरे नंबर पर रही। इससे पहले साल 1998 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी परवेज हाशमी ने जीत दर्ज की थी। वहीं, बीजेपी दूसरे नंबर पर रही। साल 1993 में जनता दल ने इस सीट पर जीत हासिल की। दूसरे नंबर पर कांग्रेस और तीसरे नंबर पर भाजपा रही। इससे पहले साल 1983 में कांग्रेस के प्रत्याशी देस राज छाबड़ा ने भाजपा उम्मीदवार को हराया था।

50 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम आबादी

इसे मुस्लिम बाहुल्य विधानसभा सीट माना जाता है। जहां 50 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम आबादी रहती है। इसके अलावा गुर्जर, राजपूत, ब्राह्मण, वैश्य, अनुसूचित जाति, जाटव, . बाल्मीकि सहित अन्य समुदाय के लोग रहते हैं। ओखला विधानसभा में शाहीन बाग, मदनपुर खादर गांव, खिजराबाद गांव, जसोला गांव, तैमूर नगर शामिल हैं।
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कुल वोटरों की संख्या 3 लाख 69 हजार

ओखला विधानसभा में 3,69,465 वोटर हैं। इनमें 2,15,411 पुरुष, 1,54, 027 महिला मतदाता हैं। 27 वोर्ड थर्ड जेंडर से हैं। आपको बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान 5 फरवरी को सिंगल फेज में होगा। चुनाव आयोग के मुताबिक कुल 83,49,645 पुरुष, 71,73,952 महिला और 1,261 थर्ड जेंडर को मिलाकर कुल 1.55 करोड़ मतदाता अपने बहुमूल्य अधिकार का प्रयोग करेंगे।

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