scriptExclusive: 11 साल बाद ‘AAP’ के किले को सबसे बड़ी चुनौती, सत्ता में वापसी के लिए BJP ने रचा चक्रव्यूह | Exclusive: After 11 years, biggest challenge to AAP's fort, this is how BJP and Congress changed the equation | Patrika News
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Exclusive: 11 साल बाद ‘AAP’ के किले को सबसे बड़ी चुनौती, सत्ता में वापसी के लिए BJP ने रचा चक्रव्यूह

Delhi Elections: दिल्ली की सत्ता में वापसी के लिए भाजपा ने हर तरह की रणनीति अपना कर आम आदमी पार्टी (आप) के लिए चक्रव्यूह बुन दिया है। पढ़िए शादाब अहमद की खास रिपोर्ट…

भारतFeb 03, 2025 / 09:38 am

Shaitan Prajapat

Delhi Elections: दिल्ली की सत्ता में वापसी के लिए भाजपा ने हर तरह की रणनीति अपना कर आम आदमी पार्टी (आप) के लिए चक्रव्यूह बुन दिया है। भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के बाद अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में 2013 में पहली बार सत्ता में आई आप 11 साल बाद अपने किले को बचाने की सबसे बड़ी चुनौती का सामना कर रही है। विधानसभा चुनाव प्रचार सोमवार शाम पांच बजे बंद हो जाएगा। मतदान बुधवार को होगा।

भाजपा ने लगा दिया ऐडी चोटी का जोर

दरअसल, केंद्र की सत्ता भाजपा के पास तीसरी बार आ चुकी है लेकिन दिल्ली प्रदेश की सत्ता से करीब 26 साल का वनवास दूर करने के लिए इस बार भाजपा ने ऐडी चोटी का जोर लगा दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई अन्य नेताओं की फौज प्रचार में जुटी हुई है। आप को तगड़ी चुनौती देने के लिए भाजपा ने भी बिजली, छात्रवृत्ति, साफ पानी, यमुना की सफाई के साथ महिलाओं को हर महीने पैसे देने जैसी ‘मोदी गारंटी’ दी है वहीं मौजूदा कल्याणकारी योजनाएं बंद नहीं करने का भी बार-बार ऐलान किया जा रहा है। इसके अलावा केन्द्र सरकार ने कर्मचारियों को लुभाने के लिए आठवें वेतन आयोग और मध्यम वर्ग के लिए 12 लाख रुपए तक कोई आयकर नहीं लगने की घोषणा कर आप के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है।

केजरीवाल ने बीजेपी के खिलाफ खोला मोर्चा

आप के कई बड़े नेताओं के इस्तीफे दिलवाकर भाजपा की सदस्यता दिलवा कर माहौल बनाने की कोशिश की गई है। आप हर दिन नई घोषणा के साथ भाजपा के सत्ता में आने पर योजनाएं बंद करने को मुद्दा बना रही है लेकिन प्रचार के आखिरी दौर में उसके पास आठवें वेतन आयोग व 12 लाख रुपए की आय पर आयकर जीरो करने की बजट घोषणा का कोई जवाब नहीं है। आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल के भाजपा पर तीखे पलटवार करने से चुनाव को रोचक बना हुआ है। आप की ओर से भाजपा का कोई सीएम चेहरा नहीं होने के साथ कई नेताओं के महिला विरोधी बयानों को मुद्दा बना रखा है।

कांग्रेस: बढ़ेगी तो किसको होगा नुकसान!

कांग्रेस भले ही चुनावी मैदान में मुख्य भूमिका में नहीं दिख रही है, लेकिन पार्टी के दिग्गज राहुल गांधी व प्रियंका गांधी ने आखिरी दिनों में प्रचार में उतर कर आप को घेरा है, उससे लगता है कि कांग्रेस के वोट चुनाव की दिशा तय कर सकते हैं। कांग्रेस के वोट 4 फीसदी से बढऩे पर हर किसी की नजर बनी हुई है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के मजबूत होने से आप को नुकसान हो सकता है।
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मोदी ने किया बजट का जिक्र, मांगा सेवा का मौका

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आरके पुरम में जनसभा में बजट में मध्य वर्ग को राहत, पूर्वांचली मतदाताओं को लुभाने को बिहार के लिए की गई घोषणाओं का जिक्र करते हुए दिल्ली में सेवा का अवसर मांगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता में आई तो आठ मार्च महिला दिवस से महिलाओं के खाते में 2500 रुपए आने लगेंगे। मौजूदा कल्याणकारी योजनाएं बंद नहीं होंगी।

‘आप’ की ताकत

1 केजरीवाल की आम आदमी की छवि
2 झुग्गी निवासी व महिलाएं
3 आक्रमक प्रचार अभियान
4 फ्री वाली योजनाएं

‘आप’ की कमजोरी

1 कई नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप व उनका जेल जाना
2 पहली बार असंतोष व भितरघात का खतरा
3 अल्पसंख्यक व दलित वोटर्स में नाराजगी
4 इंडिया ब्लॉक में शामिल कांग्रेस का मजबूती से चुनाव लडऩा

भाजपा की मजबूती

1 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चेहरा व उन पर विश्वास
2 महीनों से भाजपा व आरएसएस कार्यकर्ताओं का घर-घर तक जाना
3 फ्री वाली योजनाओं की घोषणाएं
4 केन्द्र में भाजपा सरकार, बजट में मध्यम वर्ग को राहत की घोषणाएं

भाजपा की कमजोरी

1 मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होना
2 चुनावी शुरुआत में कुछ नेताओं के विवादित बयान
3 माहौल को नतीजों में नहीं बदलने का खराब ट्रेक रेकॉर्ड
4 दलबदलू नेताओं को मैदान में उतारने से आंतरिक नाराजगी

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