तीन सैनिकों की हुई मौत
अधिकारी ने एक बयान में कहा कि क्षेत्र में भारी और लगातार बारिश के बाद भयावह भूस्खलन हुआ, जिससे तीन जवानों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि सैनिकों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
लाचुंग में फंसे पर्यटकों का किया रेस्क्यू
वहीं मंगन जिले के जिलाधिकारी ने बताया कि लाचुंग में फंसे 1600 पर्यटकों को सोमवार को सुरक्षित निकाल लिया गया है। भारी बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन होने और नदियों के उफान पर होने के बाद वे 30 मई से फंसे हुए थे। रविवार रात को मलबा साफ किया गया। सोमवार सुबह बचाव अभियान शुरू हुआ।
‘सेना द्वारा तलाशी अभियान जारी’
चुंगथांग के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी अरुण थाटल ने कहा कि लाचेन नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद चट्टेन में सेना का शिविर भूस्खलन की चपेट में आ गया। सेना के तीन जवानों के शव बरामद कर लिए गए हैं और 6 जवान लापता हैं। सेना द्वारा तलाशी अभियान जारी है।
9 लोग हुए थे लापता
बता दें कि पिछले गुरुवार को उत्तरी सिक्किम में आठ पर्यटकों सहित नौ लोग लापता हो गए थे। उनकी गाड़ी उफनती तीस्ता नदी में गिर गई थी। दरअसल, लाचेन से लगभग 3 किमी दूर स्थित चाटन भूस्खलन से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है और यहां कई सैन्य शिविर हैं। रेड अलर्ट किया जारी
प्रदेश सरकार ने हालात को देखते हुए मंगन जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं भारी बारिश के कारण तीस्ता नदी में बहुत ज्यादा पानी भर गया है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।