Juma Namaz: रमजान का आज आखिरी जुमा है। इससे पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने देश के मुसलमानों से दाहिने हाथ पर काली पट्टी बांधकर जुमे की नमाज पढ़ने की अपील की है। बोर्ड ने कहा कि वक्फ बिल के विरोध में काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ें। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मोहम्मद फजलुर ने एक वीडियो जारी किया है। इसमें वे मुसलमानों से काली पट्टी बांधने की अपील कर रहे हैं।
बता दें कि वक्फ बिल के विरोध में ऑल इंडिया मुस्लिम पसर्नल लॉ बोर्ड ने एनडीए शासित आंध्र प्रदेश में भी प्रदर्शन करने की बात कही है। AIMPLB ने जारी किए नोटिस में कहा कि दिल्ली के जंतर-मंतर और पटना के धरना स्थल पर मुस्लिमों के प्रदर्शन ने कम से कम बीजेपी के सहयोगी दलों में हलचल पैदा कर दी है। अब 29 मार्च को विजयवाड़ा में वक्फ बिल के विरोध में एक बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
BIG ANNOUNCEMENT
⭕ वक्फ़ संशोधन बिल के खिलाफ मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का बड़ा ऐलान!
रमज़ान के इस आख़री जुमा, जुमातुल विदा को मुसलमान यह काम ज़रूर करें…👇🏻
— All India Muslim Personal Law Board (@AIMPLB_Official) March 27, 2025
‘वक्फ संशोधन विधेयक गहरी साजिश है’
AIMPLB ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि वक्फ संशोधन विधेयक मुस्लिम धार्मिक और धर्मार्थ संस्थानों को छीनने की एक साजिश है। यदि यह विधेयक पारित हो गया तो सैकड़ों मस्जिदें, ईदगाहें, मदरसे, कब्रिस्तान और कई धर्मार्थ संस्थान हमसे छीन लिए जाएंगे।
All India Muslim Personal Law Board (AIMPLB) appeals to all Muslims of India to wear a black armband on Jumu’atul Wida to protest against Waqf Amendment Bill 2024. pic.twitter.com/Zml0Uv3Z4N
पत्र में कहा कि इसलिए देश के हर मुसलमान की जिम्मेदारी है कि वह इस विधेयक का पुरजोर विरोध करे। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सभी मुसलमानों से अपील करता है कि जुमातुल विदा के दिन मस्जिद में आते समय काली पट्टी बांधकर आएं और अपने दुख और विरोध का मौन और शांतिपूर्ण इजहार करें।
ओवैसी ने गुमराह करने का लगाया आरोप
वहीं AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर यह सरकार वक्फ में संशोधन कर रही है, तो यह केवल अच्छे के लिए है। किसी भी धार्मिक स्वतंत्रता को नहीं छीना जा रहा है। वक्फ बोर्ड एक वैधानिक निकाय है, धार्मिक निकाय नहीं।