अश्विनी वैष्णव ने दी जानकारी
केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति ने आज फैसला किया है कि जाति गणना को आगामी जनगणना में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि सरकार समाज के मूल्यों और हितों के लिए प्रतिबद्ध है।
राज्यों ने अपने स्तर पर किया सर्वे
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पहले केंद्र सरकार ने समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण लागू किया था, जिससे किसी भी वर्ग पर कोई दबाव नहीं पड़ा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ राज्यों ने जातीय सर्वे अपने स्तर पर किया है, लेकिन सामाजिक ताने-बाने को समझने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण जरूरी है।
कांग्रेस पर लगाए ये आरोप
इस दौरान केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कांग्रेस पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने आज तक जाति जनगणना का विरोध किया था। साथ ही कहा कि 1947 से आज तक जातियों की जनगणना नहीं की गई थी। 2010 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जाति जनगणना का आश्वासन दिया था।
तेजस्वी ने कहा- यह लालू की जीत
वहीं केंद्र सरकार के देश में जाति जनगणना कराने के फैसले को राजद नेता तेजस्वी यादव ने लालू प्रसाद यादव और अपनी पार्टी की जीत बताया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में हम बिहार के दल को लेकर पीएम से मिलने गए थे लेकिन तब पीएम ने इसे मना कर दिया था लेकिन आज हम लोग की ताकत दिखिए और समाजवादियों की ताकत दिखिए कि इनको हमारे ही एजेंडे पर काम करना पड़ रहा है। ‘आरक्षित सीटों के लिए होगी अगली लड़ाई’
उन्होंने कहा कि अब हमारी अगली लड़ाई देश के विधानसभा चुनावों में हमारी मांग रहेगी कि पिछड़ों और अति पिछड़ों के लिए भी जैसे दलित और आदिवासियों भाईयों के लिए आरक्षित सीटें हैं उसी प्रकार से पिछड़ों और अति पिछड़ों का भी आरक्षित सीटें हों।
कांग्रेस ने भी बताया अपनी जीत
वहीं केंद्र सरकार के इस फैसले को कांग्रेस ने अपनी जीत बताया है। कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं। यह कांग्रेस की जीत है। आखिरकार मोदी सरकार को जाति जनगणना करानी पड़ रही है।