ब्राह्मण समुदाय ने किया प्रदर्शन
अधिकारियों का कहना था कि परीक्षा केंद्र में छात्र को जनेऊ पहनकर अंदर जाने की इजाजत नहीं मिलेगी, इसे उतारने के बाद ही उसे अंदर जाने दिया जाएगा। वहीं मामला सामने आने के बाद परीक्षा केंद्र के बाहर ब्राह्मण समुदाय के लोग इकट्ठा हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारे लगाए।
जनेऊ देने के बाद अंदर गया छात्र
वहीं प्रदर्शन कर रहे सुधीर पाटिल ने बताया कि मेरे बेटे को परीक्षा केंद्र के अंदर जनेऊ के साथ जाने नहीं दिया। जब मैंने इस बारे में बात करने की कोशिश की लेकिन मुझे भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। बाद में मेरे बेटे ने जनेऊ मेरे हाथ में दे दिया और इसके बाद वह परीक्षा देने चला गया। यह गलत है, क्योंकि जनेऊ हमारे धार्मिक संस्कारों का हिस्सा है।
विरोध का सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
बता दें कि सोशल मीडिया पर विरोध प्रदर्शन का वीडियो वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद कई संगठनों और लोगों ने अधिकारियों ने इस पर आपत्ति जताई है। इसके साथ ही लोगों ने अधिकारियों से इस पर स्पष्टीकरण भी मांगा है और इसे धार्मिक आजादी पर रोक करार दिया।
इससे पहले भी आ चुका है मामला
यह घटना कर्नाटक में हाल के समय में जनेऊ को लेकर विवादों की दूसरी घटना है। इससे पहले अप्रेल 2025 में शिवमोगा में सीईटी परीक्षा के दौरान जनेऊ न उतारने पर एक छात्र को परीक्षा से रोका गया था, जिसके बाद कॉलेज के प्रिंसिपल और स्टाफ को निलंबित कर दिया गया। डिप्टी सीएम ने अपनाया सख्त रुख
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने पहले भी ऐसे मामलों में सख्त रुख अपनाते हुए कहा था कि पवित्र धागे का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही, विश्व हिंदू परिषद जैसे संगठनों ने भी धार्मिक प्रतीकों पर प्रतिबंध की आलोचना की थी।