आतंकवादियों के ठिकानों पर की जा रही तलाशी
बता दें कि पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा ओवरग्राउंड वर्कर्स और हाइब्रिड आतंकवादियों के ठिकानों पर तलाशी की जा रही है। इन संगठनों के समर्थकों और कैडरों के परिसरों की भी इस कार्रवाई के तहत तलाशी ली गई। पिछले साल दर्ज किया था मामला
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने गृह मंत्रालय के निर्देश पर लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकियों के अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के माध्यम से भारतीय सीमा में घुसपैठ की सूचना पर केस दर्ज किया था। यह केस 24 अक्टूबर को दर्ज किया गया था।
नवंबर में भी की थी तलाशी
बता दें कि इससे पिछले साल नवंबर में भी आतंकवाद निरोधी एजेंसी ने इस मामले में इसी तरह की तलाशी ली थी। इस दौरान एजेंसी ने संदिग्धों के परिसरों में कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए थे।
19 जगहों पर मारा था छापा
एनआईए ने पिछले साल 13 दिसंबर को जम्मू कश्मीर के विभिन्न जिलों समेत कुल 19 जगहों पर छापा मारा था। इस दौरान जम्मू कश्मीर के बड़गाम, अनंतनाग, रियासी और बरामुला जिले में छापेमारी की गई थी।
22 ठिकानों पर मारा था छापा
इसके अलावा एनआईए ने 5 अक्टूबर को 5 राज्यों के 22 ठिकानों पर आतंकी साजिश और टेरर फंडिंग के शक में एक साथ छापेमारी की थी। एनआईए ने महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, असम और दिल्ली में छापेमारी की थी। यह कार्रवाई आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े मामलों को लेकर की गई थी। एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में बारामूला और अन्य क्षेत्रों में भी छापेमारी की थी। बंगाल में भी NIA ने की थी कार्रवाई
एनआईए ने 1 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल के कई जिलों में रेड मारी थी। एनआईए की टीम ने दक्षिण 24 परगना, आसनसोल, हावड़ा, नदिया और कोलकाता में 11 जगहों पर छापेमारी की थी।