चार महीने में 103 फीसदी बारिश का अनुमान
2025 मानसून सीजन के लिए अपना पहला पूर्ण आधिकारिक पूर्वानुमान जारी करते हुए स्काईमेट के प्रबंध निदेशक (एमडी) जतिन सिंह ने कहा कि इस वर्ष प्रशांत महासागर में न्यूट्रल स्थिति है। अगले चार महीने के दौरान अलनीनो के विकसित होने की संभावना नहीं है, जो आमतौर पर भारत में मानसून को प्रभावित करता है। इसके अलावा हिंद महासागर का जलवायु पैटर्न भी अनुकूल दिख रहा है, जो मानसूनी बारिश के लिए मददगार साबित होगा। पूर्वानुमान में 96 से 104 प्रतिशत तक बारिश को सामान्य माना जाता है। चार महीने के दौरान 103 फीसदी का मतलब है अच्छी बारिश होगी। स्काइमेट का अनुमान है कि 96 फीसदी से नीचे जाने का अनुमान बहुत ही कम है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) इस मानसून सीजन का पहला पूर्वानुमान कुछ दिन में जारी करेगा।
पश्चिमी और मध्य भागों में अच्छी बारिश
क्षेत्रवार बात करें तो स्काईमेट ने कहा है कि पश्चिमी और दक्षिणी भारत में अच्छे मॉनसून की उम्मीद है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के मुख्य वर्षा आधारित क्षेत्रों में पर्याप्त बारिश होने की उम्मीद है। देश के पश्चिमी तट एवं मध्य भागों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। उत्तर पूर्वी राज्यों के साथ जम्मू-कश्मीर और पहाड़ी इलाकों में सामान्य से कम बारिश हो सकती है। भारतीय तट पर मानसून कब दस्तक देगा, इसका आकलन अभी नहीं किया जा सका है।