दो चक्रवातों का प्रभाव
पहला चक्रवात इराक से उत्पन्न होकर उत्तरी भारत की ओर बढ़ रहा है। यह जम्मू और कश्मीर से लेकर बिहार तक और दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में बारिश लाएगा। अगर उत्तर भारत में बारिश होती है, तो दिल्ली-एनसीआर के आसमान में छाई गर्मी से राहत मिल सकती है। दूसरा चक्रवात पड़ोसी देश बांग्लादेश से आ रहा है, जो अगले पांच दिनों तक पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश की संभावना लेकर आ रहा है।
इन इलाकों में हो सकती है बारिश
आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, यह बारिश जम्मू और कश्मीर से लेकर बिहार, पश्चिम बंगाल से पूर्वोत्तर तक, और केरल से तमिलनाडु तक फैलेगी। मौसम विभाग ने बताया कि 15 मार्च तक जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश, बर्फबारी और गरज के साथ तूफान की संभावना है। पंजाब और हरियाणा में 12 और 13 मार्च को बारिश के साथ बिजली और गरज की उम्मीद है। राजस्थान में भी 13 से 15 मार्च के बीच बारिश होने की संभावना है।
पूर्व और दक्षिण में भी बरसात
दूसरे चक्रवात के प्रभाव से बिहार, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों जैसे अरुणाचल प्रदेश, असम, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय और त्रिपुरा में 15 मार्च तक बारिश होगी। दूसरी ओर, दक्षिण भारत भी इस मौसमी बदलाव से अछूता नहीं रहेगा। तमिलनाडु के चार दक्षिणी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है, जिसके चलते क्षेत्रीय मौसम केंद्र ने अलर्ट जारी किया है। तमिलनाडु सरकार ने संकेत दिया है कि अगर बारिश तेज होती है, तो स्कूल और कॉलेज बंद किए जा सकते हैं। केरल और माहे में भी 13 मार्च को भारी बारिश की उम्मीद है।
होली पर प्रकृति का रंग
इस मौसम के साथ, होली का त्योहार प्रकृति के रंगों से सराबोर हो सकता है। इंद्र देव का यह ‘मेघ मल्हार’ देश भर में बादलों की गर्जना और बारिश की फुहारों के साथ एक अनोखा समां बांधेगा। जहां उत्तर में ठंडक और बर्फबारी होगी, वहीं दक्षिण और पूर्व में बारिश उत्सव में नया जोश भर सकती है।