Waqf Amendment Bill: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार को वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि भारत का संविधान किसी व्यक्ति का नहीं है और ओवैसी को इस बात का ध्यान रहना चाहिए। बिहार के बेगूसराय से बीजेपी सांसद सिंह ने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रस्तावित विधेयक कानून के अनुसार काम करेगा, क्योंकि कोई भी इससे ऊपर नहीं है।
‘वक्फ बोर्ड कानून के मुताबिक काम करेगा, कोई भी कानून से ऊपर नहीं है’
गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत का संविधान किसी का नहीं है और असदुद्दीन ओवैसी को इससे इनकार नहीं करना चाहिए। नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं और कानून का शासन होगा। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान। उन्होंने लोगों के मन में काफी डर पैदा कर दिया है, वक्फ बोर्ड कानून के मुताबिक काम करेगा।
ओवैसी ने वक्फ (संशोधन) विधेयक को लेकर दी सरकार को चेतावनी
आपको बता दें कि सोमवार को संसदीय भाषण के दौरान एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार को वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 को उसके मौजूदा स्वरूप में पेश करने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि इससे देश में सामाजिक अस्थिरता पैदा होगी। ओवैसी ने कहा कि विधेयक को पूरे मुस्लिम समुदाय ने खारिज कर दिया है।
ओवैसी ने लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान कहा कि मैं इस सरकार को सावधान और आगाह कर रहा हूं कि अगर आप मौजूदा स्वरूप में वक्फ कानून लाते हैं और बनाते हैं, जो अनुच्छेद 25, 26 और 14 का उल्लंघन होगा, तो इससे इस देश में सामाजिक अस्थिरता पैदा होगी। इसे पूरे मुस्लिम समुदाय ने खारिज कर दिया है। कोई भी वक्फ संपत्ति नहीं बचेगी, कुछ भी नहीं बचेगा।
‘मैं अपनी मस्जिद का एक इंच भी नहीं खोऊंगा’
उन्होंने कहा कि आप भारत को ‘विकसित भारत’ बनाना चाहते हैं, हम ‘विकसित भारत’ चाहते हैं। आप इस देश को 80 और 90 के दशक की शुरुआत में वापस ले जाना चाहते हैं, यह आपकी जिम्मेदारी होगी। उन्होंने आगे कहा कि एक गौरवान्वित भारतीय मुसलमान के रूप में, मैं अपनी मस्जिद का एक इंच भी नहीं खोऊंगा। मैं अपनी दरगाह का एक इंच भी नहीं खोऊंगा। मैं ऐसा नहीं होने दूंगा। हम अब यहां आकर कूटनीतिक बातचीत नहीं करेंगे। यह वह सदन है जहां मुझे खड़े होकर ईमानदारी से बोलना है कि मेरा समुदाय गौरवान्वित भारतीय है। यह मेरी संपत्ति है, किसी ने मुझे नहीं दी है। आप इसे मुझसे नहीं छीन सकते। वक्फ मेरे लिए पूजा का एक रूप है।