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एमपी में न्याय मांगने की सजा, अफसर ने बुजुर्ग को भेजा थाने, कई घंटों तक भूखे-प्यासे बैठाया

Neemuch SDM News मध्यप्रदेश में न्याय मांगना भी अब गुनाह हो गया है।

नीमचMar 19, 2025 / 06:27 pm

deepak deewan

Neemuch sdm news

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Neemuch SDM News – मध्यप्रदेश में न्याय मांगना भी अब गुनाह हो गया है। प्रदेश के नीमच से हैरान करने वाला ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यहां न्याय की गुहार लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे 70 साल के बुजुर्ग को अपनी पीड़ा सुनाना महंगा पड़ गया। बार-बार कलेक्टोरेट के चक्कर लगाकर तंग आ चुके बुजुर्ग ने एसडीएम को थोड़ी ऊंची आवाज में अपनी पीड़ा सुना दी। इससे अफसर इतने नाराज हुए कि उन्होंने बुजुर्ग को थाने भिजवा दिया जहां कई घंटों तक भूखे-प्यासे बैठाया गया। मामले की शिकायत के बाद कलेक्टर ने जांच के बाद उचित कार्रवाई की बात कही है।
घर से भूखे-प्यासे निकले 70 साल के जगदीश दास बैरागी को पुलिसकर्मी दोपहर करीब 1 बजे कलेक्ट्रेट के समीप तहसील कार्यालय से उठाकर ले गए। कैंट थाने से दो पुलिसकर्मी आए और बुजुर्ग को जबरदस्ती बाइक पर बैठाकर थाने ले आए।
शाम 6 बजे तक भूखा-प्यासा थाने में बैठाकर रखा। इसके बाद नंगे पांव छोड़ दिया। जैसे-तैसे शाम को किशोरदास बस स्टैंड पहुंचे और यहां से अपने घर रवाना हुए।
आदेश का नहीं हो रहा था पालन

बुजुर्ग जगदीश दास बैरागी ने बताया कि तत्कालीन एसडीएम ममता खेड़े ने उसकी जमीन का सीमांकन व बटांकन करने के आदेश दिए थे, लेकिन बीते 6 माह से एसडीएम के आदेश का पालन नहीं हो रहा था। इस वजह से वे हर मंगलवार को जनसुनवाई में गुहार लेकर पहुंच रहे थे।
18 मार्च मंगलवार को भी पीड़ित बुजुर्ग जगदीश दास बैरागी करीब 1 माह बाद जनसुनवाई में पहुंचे। सुनवाई नहीं होने पर बुजुर्ग ने ऊंची आवाज में एसडीएम संजीव साहू को अपनी पीड़ा सुनाई। इसके बाद दोपहर करीब 1 बजे दो पुलिसकर्मी कलेक्‍टर कार्यालय पहुंचे। जगदीश दास को बाइक पर बैठाया और थाने लेकर पहुंच गए। दिनभर बुजुर्ग को थाने पर बैठाकर रखा। शाम 6 बजे बाद उन्हें छोड़ दिया।
एसडीएम ने किया पुलिस के हवाले
बुजुर्ग जगदीश दास बैरागी ने बताया कि जनसुनवाई में पहुंचने की जल्दी में सुबह बिना खाना खाए करीब 6 किलोमीटर पैदल चलकर रेवली-देवली पहुंचा। उसके बाद बस में बैठकर नीमच बस स्टैंड पहुंचा। बस स्टैंड से 4 किलोमीटर पैदल चलकर कलेक्‍टर कार्यालय पहुंचा। वहां एक घंटे लंबे इंतजार के बाद भी नंबर नहीं आया तो ऊंची आवाज में एसडीएम संजीव साहू को अपनी पीड़ा सुनाई। इस वजह से एसडीएम साहब ने पुलिस के हवाले करवा दिया।
कलेक्टर ने जांच के बाद कार्रवाई का दिया आश्वासन
इस मामले में कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है, जिसमें बुजुर्ग को थाने पर बैठाया गया था। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को सुना जाएगा, इसके बाद जो तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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