कैलिफोर्निया के एसईटीआइ इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों के शोध में ‘टी-कोरोना बोरेलिस’ (टी-सीआरबी) बाइनरी स्टार सिस्टम में विस्फोट की तारीख सामने आई। शोधकर्ताओं के मुताबिक यह दुर्लभ नजारा करीब 79 साल बाद देखने को मिलेगा। इससे पहले इस सिस्टम में 1946 में विस्फोट हुआ था। टी कोरोना बोरेलिस उत्तरी क्राउन तारामंडल का तारा है। यह बाइनरी स्टार सिस्टम हर 80 साल में काफी चमकीला हो जाता है। इसके बाद इसमें जोरदार विस्फोट होता है।
नॉर्थस्टार के बराबर एसईटीआइ इंस्टीट्यूट के खगोलशास्त्री फ्रैंक मार्चिस का कहना है कि आम लोगों के साथ खगोलशास्त्रियों के लिए भी यह घटना अहम होगी। उम्मीद की जा रही है कि यह तारा नॉर्थस्टार के बराबर चमकेगा। इसमें 1787, 1866 और 1946 में विस्फोट हुआ था। यह इसका डेटा इक_ा करने का अच्छा अवसर है।
यह है माजरा टी-कोरोना बोरेलिस बाइनरी स्टार सिस्टम में दो तारे हैं। बड़ा तारा लाल रंग और छोटा सफेद रंग का है। आम तौर पर ये पृथ्वी से नजर नहीं आते। लाल तारा अपना मटीरियल सफेद तारे की सतह पर जमा करता है। इससे सफेद तारे का तापमान बढ़ता रहता है और आखिरकार उसमें विस्फोट होता है।