फिलहाल अभी इसपर मंथन चल रहा है। इसके अलावा अगर किसी को पता है कि दिल्ली में भाजपा का सीएम कौन होगा तो उसे राजनीति की एबीसीडी नहीं पता है। दिल्ली की बदरपुर विधानसभा सीट से चार बार विधायक रहे रामवीर सिंह बिधूड़ी दक्षिण दिल्ली लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद हैं। वह दिल्ली चुनाव के लिए भाजपा का घोषणापत्र तैयार करने वाली कमेटी में भी थे।
दिल्ली के अगले सीएम को लेकर क्या बोले भाजपा सांसद?
दिल्ली में सीएम चेहरे को लेकर चल रहे सस्पेंस पर
भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ से कहा कि अभी इसपर पार्टी के शीर्ष नेता मंथन कर रहे हैं। दिल्ली में ऐसा सीएम बनाया जाएगा जो पार्टी और जनता दोनों के बीच संतुलन बना सके। फिलहाल अभी किसी के नाम पर मुहर नहीं लगी है। जल्द ही इसपर निर्णय हो जाएगा। रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा “हमें एक ऐसा मुख्यमंत्री मिलेगा जो पार्टी कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलेगा। वार्ड के लिए पार्टी के विजन को आगे बढ़ाएगा और शहर में विकास के प्रति गंभीर होगा। अगर कोई कहता है कि वे जानते हैं कि कौन मुख्यमंत्री बनने जा रहा है, तो उन्हें राजनीति की एबीसीडी भी नहीं पता है।”
आप छोड़कर भाजपा जॉइन करना चाहते हैं पार्षद
भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने यह भी दावा किया है कि बड़ी संख्या में पार्षद
आम आदमी पार्टी को छोड़कर भाजपा जॉइन करने को तैयार हैं, क्योंकि उनका मानना है कि भाजपा में रहकर वह जनहित के ज्यादा काम कर सकेंगे। उन्होंने दिल्ली सरकार की प्राथमिकताओं पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैबिनेट की पहली बैठक में महिलाओं को 2500 रुपये देने की योजना समेत चुनाव में की गई मुफ्त योजनाओं पर फैसला लिया जाएगा। पीएम मोदी ने आठ मार्च से महिला सम्मान योजना शुरू करने की बात कही है। इसके अलावा उन्होंने आयुष्मान योजना, वृद्धावस्था योजना, बिजली, पानी, मेट्रो, ऑटो रिक्शा, एंटी रोमियो स्क्वाड, ई-रिक्शा बीमा योजना समेत तमाम मुद्दों को सरकार की प्राथमिकता बताया।
आखिर कब मिलेगा दिल्ली को नया निजाम?
आठ फरवरी को आए दिल्ली चुनाव 2025 के परिणाम में भाजपा को प्रचंड बहुमत के साथ 70 में से 48 सीटों पर जीत मिली। चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा नेताओं ने दावा किया कि दिल्ली में चुनाव जीते 48 विधायकों में से ही किसी को सीएम पद की जिम्मेदारी दी जाएगी। चुनाव परिणाम आने के पांच दिन बीत चुके हैं। अब एक बार फिर लोगों में दिल्ली के नए निजाम की चर्चा ने जोर पकड़ा है। इसको लेकर दिल्ली में मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक की, लेकिन दिल्ली के सीएम को लेकर किसी नाम पर सहमति नहीं बन पाई। अब 16 फरवरी को फिर भाजपा विधायक दल की दिल्ली में बैठक है। ऐसे में माना जा रहा है कि 16 फरवरी को होने वाली विधायक दल की बैठक में दिल्ली के नए सीएम के नाम पर मुहर लग सकती है।
क्या चाहती है भाजपा?
भाजपा सूत्रों की मानें तो मंगलवार को बैठक में अमित शाह और जेपी नड्डा के बीच दिल्ली में सीएम के लिए धाकड़ चेहरा तलाशने को लेकर चर्चा हुई है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा दिल्ली में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जैसा तेज तर्रार और धाकड़ चेहरा चाहती है। दरअसल, भाजपा भले ही दिल्ली में 48 सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी से आगे निकल गई है, लेकिन वोट प्रतिशत के मामले में ज्यादा अंतर नहीं है। दिल्ली चुनाव 2025 में जहां भाजपा को 45 प्रतिशत वोट मिले हैं। वहीं आम आदमी पार्टी को भी 43 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए हैं। ऐसे में भाजपा चाहती है कि दिल्ली का नया सीएम ऐसा हो जो भविष्य में भी अरविंद केजरीवाल के लिए चुनाव में जीत मुश्किल करे।