हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने जारी किया आदेश
दरअसल, हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने बीते मंगलवार को एक आदेश जारी किया। इसमें कहा गया कि हरियाणा से संचालित सभी यूट्यूब चैनलों की पड़ताल की जाए। इसके बाद ऐसे यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगाया जाए। जिनका कनेक्शन पाकिस्तान से निकलता है। साथ ही सभी यूट्यूबरों के लिए एक एसओपी यानी स्टैंडर्ड ऑपरेटिव प्रोसीजर बनाया जाए। हरियाणा की एसीएस यानी एडिशनल चीफ सेक्रेटरी डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि प्रउदेश में जो भी यूट्यूब चैनल चल रहे हैं। उनका रिकॉर्ड खंगाला जाएगा। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखने के लिए स्पेशल बनाने की बात कहते हुए स्पष्ट किया कि जो भी यूट्यूब चैनल किसी भी तरह से पाकिस्तान के साथ जुड़े हैं और भारत में स्लीपर सेल के रूप में काम कर रहे हैं। अब हरियाणा सरकार उनपर सख्त कार्रवाई करेगी।
पाकिस्तान का गुणगान नहीं सहन करेगी हरियाणा सरकार
हरियाणा सरकार की एसीएस डॉ. सुमिता मिश्रा का कहना है कि हरियाणा सरकार प्रदेश के किसी भी यूट्यूबर का पाकिस्तानी गुणगान सहन नहीं करेगी। इसके लिए सरकार की ओर से गृह विभाग और पुलिस को स्पष्ट आदेश दिया गया है कि देश में आतंकी हमले कराने वाले देश की तारीफ करने वाले यूट्यूब चैनलों की अलग-अलग लिस्ट तैयार की जाए। जो लोग पाकिस्तान का गुणगान करते हैं। उनपर सख्त एक्शन लिया जाए। सरकार के आदेश में ये भी कहा गया है कि जो यूट्यूबर पाकिस्तान जाकर वहां की तारीफ करते हैं और देश में पाकिस्तान के प्रति माहौल बनाते हैं। उन्हें किसी भी हाल में छोड़ा न जाए। इसके साथ ही जो यूट्यूबर सिर्फ भारत सरकार की आलोचना करते हैं और भारत सरकार का पॉजिटिव पक्ष नहीं बताते। उनपर भी सख्त एक्शन लिया जाए। इसके अलावा सीमा पार पाकिस्तान से लाइक कमेंट मिलने वाले यूट्यूबरों पर एक्शन लिया जाए।
नूंह हिंसा के वीडियो को पाकिस्तान से मिले लाइक्स और भड़काऊ कमेंट्स
हरियाणा सरकार के सूत्रों की मानें तो दो साल पहले हुई नूंह में हिंसा के वीडियो को पाकिस्तान से जमकर लाइक और भड़काऊ कमेंट्स मिले थे। यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर अपलोड किए गए थे। इन वीडियो और तस्वीरों को पाकिस्तान के नागरिकों की ओर से न सिर्फ शेयर किया गया, बल्कि इसमें की गई टिप्पणियों में भी भड़काऊ बातें लिखी गईं थी। अब पुलिस ऐसे यूट्यूब चैनलों और उन्हें संचालित करने वालों की गहन जांच करने की तैयारी में है।
जासूसी में पकड़े गए व्यक्तियों के बैंक खातों की जांच
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए अरमान और तारीफ से बुधवार को पुलिस और राष्ट्रीय सुरक्षा जांच एजेंसी (NIA) ने पूछताछ की। इस दौरान दोनों के बैंक खातों की जानकारी भी जुटाई गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि उनके खातों में विदेशों से संदिग्ध स्रोतों से धनराशि भेजी गई हो सकती है। संदेह है कि देश की सुरक्षा संबंधी गोपनीय जानकारी के बदले उन्हें दुबई या अन्य देशों से पैसे मिले होंगे।
पाकिस्तान दूतावास से नकद राशि मिलने की भी जांच
सूत्रों का कहना है कि आरोपी समय-समय पर दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास भी जाया करते थे, जहां उनकी मुलाकात पाकिस्तानी अधिकारियों – दानिस, आसिफ बलौच और जाफर से होती थी। आशंका जताई जा रही है कि वे भारत से लोगों को वीजा दिलाने का झांसा देकर लाते थे और बदले में पाकिस्तान की खुफिया जानकारी साझा करते थे। संभव है कि इसके एवज में उन्हें नकद धनराशि भी दूतावास से मिली हो। पुलिस इस पहलू को भी जांच के दायरे में रख रही है। ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ में अहम खुलासे
दरअसल, हरियाणा के हिसार की रहने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पुलिस ने रिमांड पर लिया है। सुरक्षा एजेंसियां लगातार उससे पूछताछ कर रही हैं और अब तक उसके सभी विदेश दौरों की जानकारी जुटाई जा चुकी है। जांच एजेंसियों ने ज्योति से पाकिस्तान हाई कमीशन में कार्यरत कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से संपर्क को लेकर भी पूछताछ की है। जानकारी के अनुसार, वीजा आवेदन के दौरान ज्योति की मुलाकात दानिश से हुई थी। जो बाद में आतंकी गतिविधियों में संलिप्त पाया गया।
हिसार एसपी शशांक कुमार सावन ने बताया कि पाकिस्तानी एजेंसियां ज्योति को एक एसेट की तरह इस्तेमाल कर रही थीं। ताकि वह पाकिस्तान की छवि को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेहतर दिखा सके। उन्होंने यह भी बताया कि ज्योति पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के संपर्क में थी और वह कई बार पाकिस्तान व चीन की यात्राएं कर चुकी है। उन्होंने बताया कि सिर्फ ज्योति ही नहीं, बल्कि कुछ अन्य सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स भी पाक एजेंसियों के संपर्क में थे। इस संबंध में भी जांच जारी है। फिलहाल आज ज्योति की रिमांड का अंतिम दिन है।