गुरुग्राम के पालम विहार थानाक्षेत्र की घटना
घटना 12 अप्रैल की है। पुलिस के अनुसार 14 अप्रैल को गुरुग्राम के पालम विहार थाने में परिजनों ने बच्ची की गुमशुदगी दर्ज कराई। इसमें उन्होंने बताया कि 12 अप्रैल को बेटी घर से खेलने के लिए निकली थी। इसके बाद वह लौटकर नहीं आई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि पीड़ित परिवार का अपने दामाद से विवाद चल रहा है। पूछताछ के दौरान पीड़ित परिजनों ने बताया कि दामाद और बेटी में नहीं बनती है। इसके चक्कर में बेटी मायके में ही रह रही है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी दामाद को धर दबोचा और कड़ाई से पूछताछ शुरू की। इसपर दामाद ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए शव को नाले में फेंकने की बात बताई। आरोपी ने पुलिस को क्या बताया?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी दामाद बिहार स्थित मुंगेर जिले के गांव रघुनाथपुर का रहने वाला है। फिलहाल वह गुरुग्राम के बजघेड़ा में रहता है। पुलिस पूछताछ में 24 साल के आरोपी मोहित कुमार ने बताया “छह साल पहले मेरी शादी हुई थी। हम पति-पत्नी बड़े प्यार से रहते थे। हम दोनों के एक बच्चा भी है, लेकिन बीते कुछ महीनों से मेरी पत्नी मुझे अपने पास नहीं आने देती थी। वह मुझसे अलग रहने लगी थी। इस बीच कई बार मेरी ससुराल वालों ने मेरा अपमान किया। इसके चलते पहले मैंने अपने ससुर का गला दबाने की कोशिश की थी, लेकिन उसमें मैं नाकाम रहा।”
ससुराल वालों से बेइज्जती का बदला लेने के लिए की हत्या
बकौल पुलिस आरोपी ने बताया कि ससुराल वालों की बेइज्जती का बदला लेने के लिए उसने अपनी 10 साल की साली को निशाना बनाया। योजना के तहत वह 12 अप्रैल को खेलते समय ओम विहार निवासी अपनी साली को बहला-फुसलाकर अपने कमरे पर ले आया। जहां रात में उसने उसका गला दबाया। इस दौरान साली मिन्नतें करती रही। 10 साल की साली ने उससे कहा कि वह उनकी बेटी जैसी है। उसे मारकर क्या मिलेगा? लेकिन उसका दिल नहीं पसीजा। उसने साली की हत्या करने के बाद शव को प्लास्टिक के कट्टे में डाला और उसपर शॉल लपेट दी। इसके बाद उसे एक बोरी में बंदकर नाले में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर एसडीआरएफ की मदद से शव बरामद कर लिया है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड लेने की तैयारी की जा रही है।