दरअसल, उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में कोटद्वार-दुगड्डा रोड पर 5 जून को एक अज्ञात शव मिला था। अब उत्तराखंड पुलिस ने अज्ञात शव की गुत्थी को सुलझा लिया है। मृतक की पहचान दिल्ली के वसंत कुंज निवासी रविन्द्र कुमार के रूप में हुई है। यह हत्या बेहद सुनियोजित तरीके से की गई थी। जिसमें रविंद्र कुमार की पत्नी रीना सिंधू और उसके प्रेमी पारितोष कुमार शामिल थे। दोनों ने मिलकर रविंद्र को रास्ते से हटाने की साजिश रची थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को उत्तर प्रदेश के बिजनौर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
भाई की शिकायत पर खुला मामला
इस हत्याकांड का खुलासा मृतक के भाई राजेश कुमार द्वारा की गई शिकायत के आधार पर हुआ। उन्होंने कोटद्वार पुलिस को सूचना दी कि उनका भाई बीते कुछ दिनों से लापता है और उसकी तलाश की जानी चाहिए। पुलिस ने शिकायत के बाद जब अज्ञात शव की तस्वीरें राजेश कुमार को दिखाईं तो उसने शव की पहचान रविंद्र कुमार के रूप में की। इसके बाद पुलिस ने मामले में कड़ी से कड़ी जोड़ना शुरू किया।
सीसीटीवी फुटेज से मिली अहम जानकारी
एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह, सीओ कोटद्वार निहारिका सेमवाल और कोटद्वार कोतवाली प्रभारी रमेश तंवर की अगुवाई में पुलिस टीमों का गठन किया गया। पुलिस ने घटनास्थल और आसपास के इलाकों की सीसीटीवी फुटेज खंगाली। जिसमें 5 जून को एक संदिग्ध कार घटनास्थल के आसपास देखी गई। इस कार को तलाशते हुए पुलिस यूपी के नोएडा तक पहुंची। जहां आरोपियों ने कार को छोड़ा था। मकान और अवैध संबंध बने हत्या की वजह
गिरफ्तार किए गए आरोपी रीना सिंधू और पारितोष कुमार से जब पुलिस ने पूछताछ की, तो उन्होंने रविन्द्र की हत्या करना स्वीकार कर लिया। रीना ने बताया कि वह अपने पति रविन्द्र के साथ मुरादाबाद में एक बड़े मकान की मालकिन थी, लेकिन रविन्द्र उसे बेचना चाहता था, जिससे वह नाराज़ थी। इसी दौरान उसकी पारितोष नामक व्यक्ति से नजदीकियां बढ़ीं और दोनों ने मिलकर रविन्द्र को रास्ते से हटाने का फैसला किया।
हत्या की रात का घटनाक्रम
रीना ने रविन्द्र को पारितोष के नगीना स्थित घर पर बुलाया। वहां उसे पहले शराब पिलाई गई और नशे की हालत में फावड़े से गले और छाती पर वार कर उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को कार में डालकर रामनगर होते हुए कोटद्वार लाया गया। सुबह के समय कोटद्वार-दुगड्डा मार्ग पर दुर्गम स्थान पर शव को फेंक दिया गया। इसके बाद आरोपी फरार हो गए और हत्या में प्रयुक्त कार को नोएडा चौराहे पर छोड़ दिया। प्रेम, संपत्ति और तनाव का त्रिकोण
पूरे मामले की जांच में यह सामने आया कि यह हत्या सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि रिश्तों में उपजे तनाव, लालच और प्रेमसंबंधों के खतरनाक त्रिकोण की परिणति थी। रीना और पारितोष ने न सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या की, बल्कि परिवार को भी गहरे सदमे में डाल दिया। इस जघन्य हत्याकांड को महज कुछ दिनों में सुलझा लेने के लिए कोटद्वार पुलिस की विशेष सराहना की जा रही है। तकनीकी साक्ष्य, फोरेंसिक मदद और सटीक सूचना संग्रह के आधार पर पुलिस ने साजिश का पूरा पर्दाफाश कर दिया।