राज्य सरकार ने 23 मई को भेजी थी सिफारिश
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सेवा विस्तार का आदेश “अखिल भारतीय सेवाएं (मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति लाभ) नियम, 1958” के नियम 16(1) में छूट देते हुए दिया गया है। साथ ही, एआईएस (चीफ सेक्रेटरी-रिटायरमेंट मैनेजमेंट) नियम, 1960 के नियम 3 को लागू किया गया है। यह आदेश हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार ने जारी किया है। नियमों के अनुसार, राज्य सरकार यदि उचित कारणों और लोकहित का उल्लेख करते हुए केंद्र से सिफारिश करे तो मुख्य सचिव जैसे पदों पर छह महीने तक का सेवा विस्तार संभव है। लेकिन विशेष परिस्थितियों में, नियमों में छूट देकर एक साल तक का विस्तार भी दिया जा सकता है। हरियाणा सरकार ने 23 मई 2025 को केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था जिसमें अनुराग रस्तोगी को एक वर्ष का सेवा विस्तार देने की सिफारिश की गई थी। यह प्रस्ताव अब स्वीकार कर लिया गया है।
फरवरी में बने थे मुख्य सचिव
दरअसल, अनुराग रस्तोगी को इसी वर्ष फरवरी 2025 में हरियाणा का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था। उन्होंने विवेक जोशी का स्थान लिया था, जिन्हें भारत का मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था। अनुराग रस्तोगी के प्रशासनिक अनुभव और कार्यशैली को देखते हुए राज्य सरकार ने उन्हें और एक साल तक मुख्य सचिव के पद पर बनाए रखने की पहल की, जिसे केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। मुख्य सचिव राज्य का सर्वोच्च नौकरशाही पद होता है और मुख्यमंत्री तथा मंत्रिमंडल के आदेशों को लागू कराने की जिम्मेदारी उसी पर होती है। यह विस्तार राज्य प्रशासन की निरंतरता और कार्य संचालन को स्थिर रखने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इन तीन अधिकारियों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा प्रभाव
हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी को सेवा विस्तार मिलने का सबसे ज्यादा प्रभाव 1990 बैच के IAS अधिकारी आनंद मोहन शरण पर पड़ेगा। IAS आनंद मोहन शरण फिलहाल हरियाणा के वन्य एवं प्राणी संरक्षण तथा पर्यावरण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं। वह इसी साल 31 अगस्त को रिटायर होने वाले हैं। ऐसे में अगर अनुराग रस्तोगी को सेवा विस्तार नहीं मिलता तो उनके मुख्य सचिव बनने का रास्ता साफ हो सकता था, क्योंकि वरिष्ठता की सूची में सबसे पहला नाम आनंद मोहन शरण का चल रहा था। हालांकि अब IAS आनंद मोहन शरण के हाथ से यह मौका छूटता नजर आ रहा है। इसके अलावा मुख्य सचिव पद के बाकी प्रबल दावेदारों में 1990 बैच के IAS अधिकारी सुधीर राजपाल और डॉ. सुमिता मिश्रा भी शामिल थे। इसमें से IAS सुधीर राजपाल फिलहाल स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं। वह 30 नवंबर 2026 को रिटायर होंगे। जबकि इसी तरह मुख्य सचिव पद की दौड़ में शामिल 1990 बैच की IAS डॉ. सुमिता मिश्रा 31 जनवरी 2027 को रिटायर होंगी।