नोएडा के सेक्टर-21 स्थित सोसायटी की घटना
घटना नोएडा के सेक्टर-21 स्थित एक सोसायटी की है। इस सोसायटी में किशोरी का पिता घरेलू सहायक है। सेक्टर-20 थाना पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की है। सेक्टर-20 थाना पुलिस के अनुसार, पीड़िता सोसायटी में अपने पिता, बड़े भाई और एक बहन के साथ रहती है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, किशोरी के पेट में 17 जून को तेज दर्द उठा। इसके साथ ही उसे बुखार भी हो गया। इसपर बड़े भाई ने घर में रखी दवा दी, लेकिन उससे आराम नहीं मिला। इसके बाद पिता उसे चाइल्ड पीजीआई लेकर पहुंचा। पिता ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया है कि चाइल्ड पीजीआई में डॉक्टरों ने किशोरी को दवा लिखकर दी। इस दौरान उससे कुछ बातचीत की तो किशोरी ने उन्हें अपने साथ हुई दरिंदगी की जानकारी दी। जिसे सुनकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। इसके बाद डॉक्टरों ने उसके पिता को बुलाकर मामले की जानकारी दी और मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेजा। जिला अस्पताल में किशोरी की मेडिकल जांच की गई। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। किशोरी के पिता का कहना है कि आरोपियों ने दो महीने के भीतर कई बार उसकी बेटी से रेप किया।
सोसायटी में ही काम करते हैं तीनों आरोपी
पुलिस पूछताछ में बच्ची ने बताया कि उसके घर के पास कपड़े धोने वाला सेक्टर-123 निवासी अनिल कुमार एक दिन उसे डरा-धमकाकर दूर ले गया। वहां उसके साथ अश्लील हरकत की। इसके बाद हरौला गांव निवासी कार चालक हीरालाल और सेक्टर-48 निवासी घरेलू सहायक विक्रम सिंह ने भी मौका पाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। यह तीनों आरोपी उसके पिता के दोस्त हैं। कई बार उसने तीनों को अपने पिता के साथ बैठे देखा है। हीरालाल उसकी सोसायटी में एक व्यक्ति की कार चलाता है। वहीं विक्रम सिंह भी सोसायटी में ही घरेलू सहायक है। धमकी देकर चुप करा देते थे आरोपी, गिरफ्तार
पीड़ित बच्ची के पिता ने बताया कि उसकी पत्नी से उसका अक्सर विवाद होता था। इसके चलते वह चार साल पहले अलग हो गई। घर पर उसके तीन बच्चे और वो रहते हैं। काम के सिलसिले में अक्सर वह सोसायटी से बाहर रहता है। ऐसे में घर पर सिर्फ दो बहनें और एक भाई ही रहता है। पीड़िता भाई से छोटी और एक बहन से बड़ी है। आरोपियों ने इसी बात का फायदा उठाकर बच्ची के साथ घिनौना काम किया है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी दुष्कर्म के बाद धमकी देकर उसे चुप करा देते थे। इसके साथ घर में मां के नहीं होने से वह पिता और भाई से इस मामले में बात नहीं कर पाती थी।
मामले में जल्द धाराएं बढ़ेंगी
इस मामले में पुलिस का कहना है कि घर में मां के नहीं होने से बच्ची पिता और भाई से बात करने में असहज हो रही थी, लेकिन उसने पुलिस को सारा घटनाक्रम बताया है। शुरुआती जांच में अपहरण, छेड़छाड़ और पॉक्सो की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अब बच्ची के बयान के आधार पर मुकदमे में धाराएं बढ़ाई जाएंगी।