मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में GIS 2025 ने 25,000 से अधिक पंजीकरण और 60 देशों से आए 100 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों को आकर्षित किया। कनाडा, इटली, जापान और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों की भागीदारी ने मध्य प्रदेश को वैश्विक व्यापार अवसरों के केंद्र के रूप में उभरने की ओर अग्रसर किया।
इस समिट में अडाणी ग्रुप के श्री गौतम अडाणी, गराज इंडस्ट्रीज के श्री पवन गोयनका, और भारत फोर्ज के श्री बाबा कल्याणी जैसे दिग्गज उद्योगपतियों ने भाग लिया। इन उद्योग जगत के नेताओं ने मध्य प्रदेश की औद्योगिक वृद्धि और नवाचार की क्षमता को पहचाना, जिससे राज्य एक महत्वपूर्ण निवेश गंतव्य के रूप में उभरा।
औद्योगिक विकास में MPIDC की महत्वपूर्ण भूमिका मध्य प्रदेश के आर्थिक विकास में मध्य प्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (MPIDC) की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। यह संस्था प्रदेश के औद्योगिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और व्यापार अनुकूल माहौल तैयार करने में अग्रणी रही है। MPIDC के निरंतर प्रयासों ने GIS 2025 में मिली ऐतिहासिक सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
व्यापारिक साझेदारियों को बढ़ावा समिट के दौरान गोडरेज ग्रुप, पीरामल ग्रुप और टाटा ग्रुप जैसी शीर्ष कंपनियों के साथ 70 से अधिक वन-ऑन-वन मीटिंग्स आयोजित की गईं। इन बैठकों में निवेश प्रस्तावों पर चर्चा की गई और व्यापारिक नीतियों को और सुगम बनाने के लिए रणनीतियाँ तैयार की गईं। इन चर्चाओं ने मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए नई रणनीतिक साझेदारियों का मार्ग प्रशस्त किया।
एआई-आधारित बिजनेस मैचमेकिंग टूल: निवेशकों को जोड़ने की नई तकनीक इस समिट में एक अनूठा एआई-आधारित बिजनेस मैचमेकिंग टूल पेश किया गया, जिसने व्यापारिक साझेदारियों को अधिक प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस टूल के माध्यम से 600 से अधिक B2G (बिजनेस-टू-गवर्नमेंट) और 5,000 से अधिक B2B (बिजनेस-टू-बिजनेस) बैठकों का सफल आयोजन हुआ। इससे प्रदेश में दीर्घकालिक और सतत निवेश को बढ़ावा मिला।
विकास के नए क्षेत्रों पर विशेष सत्र समिट में 10 थीमैटिक सत्र आयोजित किए गए, जिनमें नवीकरणीय ऊर्जा, मेडिकल डिवाइसेस और टेक्सटाइल जैसे प्रमुख निवेश क्षेत्रों पर चर्चा की गई। इन सत्रों ने यह दर्शाया कि मध्य प्रदेश अपने औद्योगिक आधार का विविधीकरण कर रहा है और उभरते हुए क्षेत्रों को अपनाने के लिए तैयार है।
भविष्य के लिए मजबूत नींव ₹30.77 लाख करोड़ के निवेश समझौते, रणनीतिक साझेदारियाँ और नवाचार को बढ़ावा देकर मध्य प्रदेश ने खुद को भारत के सबसे होनहार आर्थिक केंद्रों में से एक के रूप में स्थापित कर लिया है। GIS 2025 की सफलता ने प्रदेश के उज्जवल भविष्य की नींव रख दी है, जिससे यह राज्य आने वाले वर्षों में वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।