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कर्नाटक: दशकों तक रेप पीड़िताओं के शव जलाने वाला सफाईकर्मचारी कोर्ट में हुआ पेश, दिया यह बयान

कर्नाटक के धर्मस्थला गांव में मंदिर प्रशासन के कहने पर सालों तक सैंकड़ों रेप पीड़िताओं के शव दफनाने और जलाने का खुलासा करने वाला सफाईकर्मचारी कोर्ट में पेश हुआ।

भारतJul 18, 2025 / 02:46 pm

Himadri Joshi

Karnataka crime

Karnataka crime ( photo – patrika network )

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के धर्मस्थला गांव के रहने वाले एक सफाईकर्मचारी ने हाल ही यह खुलासा किया था कि मंदिर प्रशासन के साथ काम करते हुए उसने सैंकड़ों रेप पीड़िताओं के शव जलाए और दफनाएं है। इस व्यक्ति ने जिले के एसएसपी को पत्र लिख कर इस पूरे मामले का खुलासा किया था। इस पत्र के साथ इस व्यक्ति ने पुलिस के पास कई सबूत भी भेजे थे, जो उसके दावों को साबित करने में मदद कर सकते थे। साथ ही व्यक्ति ने पुलिस से कहा था कि इस मामले में कई बड़े लोगों के नाम शामिल है और अगर उसे सुरक्षा प्रदान की जाए तो वह उन सभी नामों का खुलासा कर देगा। पत्र मिलने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी थी, जिसके बाद अब शिकायतकर्ता को कोर्ट में पेश किया गया है।

कोर्ट में पेश होने के दौरान नकाब में छिपा रहा व्यक्ति

इसे शुक्रवार 11 जुलाई को दक्षिण कन्नड़ डिस्ट्रिक्ट में स्थित बेल्थांगडी कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में पेश करने के दौरान व्यक्ति को पुलिस की कड़ी सुरक्षा में रखा गया। उसे चारों तरफ से भारी पुलिस ने घेरा हुआ था और वह सिर से पैरों तक नकाब में ढका था। सिर्फ व्यक्ति की आंखों के आगे छोटे छोटे छेद मौजूद थे जिससे वह देख पा रहा था, इसके अलावा वह पूरी तरह से नकाब में लिपटा हुआ था। कोर्ट में पेश होने के बाद शिकायतकर्ता ने मजिस्ट्रेट के सामने धारा 164 के तहत अपना बयान दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस सुरक्षा में ही इस व्यक्ति को किसी गुप्त स्थान पर ले जाया गया। इस व्यक्ति और इसके परिवार की पहचान को लेकर कर्नाटक पुलिस विशेष गोपनियता बरत रही है।

क्या है इस व्यक्ति के इल्जाम

इस व्यक्ति ने पुलिस को पत्र लिख कर बताया है कि इसने 1995 से 2014 तक देश और दुनिया में मशहूर धर्मस्थला मंदिर में सफाई कर्मचारी के रूप में काम किया था। इस दौरान इसने न सिर्फ इस इलाके और आस पास के इलाकों में हुए कई क्रूर बलात्कारों और हत्याओं को देखा बल्कि इसे उन पीड़ितों के शव को दफनाने पर भी मजबूर किया गया। ऐसा करने से मना करने पर इसके साथ मारपीट की गई और इसे जान से मारने की धमकी भी दी गई। व्यक्ति ने पुलिस को बताया है कि इन लाशों को ठिकाने लगाने का यह कार्य उसने मंदिर प्रशासन के आदेशों पर किया था।

सालों बाद क्यों किया खुलासा

व्यक्ति ने पुलिस को लिखे पत्र में बताया कि अपराधबोध के चलते उसने इस मामले का खुलासा करने का फैसला लिया है। उसके दिल में उन पीड़िताओं को न्याय दिलाने की इच्छा उठी जिसके बाद उसने पुलिस को इस पुरे मामले की जानकारी दी। उसने बताया कि सालों पहले वह डर के कारण अपने परिवार के साथ धर्मस्थल छोड़ कर भाग गया था और पास के राज्य में छिप कर रह रहा था। इन सालों में उसे हमेशा अपने और अपने परिवार को जान से मारे जाने का डर सताता था।

पत्र के साथ भेजे सबूत

शिकायतकर्ता ने पत्र में पुलिस को लिखा कि, जिन सैंकड़ों पीड़िताओं के शव उसने दफनाएं उनमें कई युवा महिलाएं भी शामिल थी। उसने बताया कि, उन महिलाओं के शवों पर यौन उत्पीड़न और गला घोंटने जैसे निशान हुआ करते थे। इस व्यक्ति ने सालों पहले दफनाएं हुए दो शवों को बाहर निकाल कर उनकी तस्वीरें ली और वह तस्वीरें पुलिस को सबूत के तौर पर भी भेजी थी। साथ ही उसने उन अन्य जगहों की जानकारी भी दी थी, जहां उसने बाकी शव दबाए थे।

खोपड़ी लेकर पहुंचा थाने

जानकारी के मुताबिक जब यह व्यक्ति पुलिस के पास अपनी शिकायत लेकर गया उस दौरान यह अपने साथ एक बोरी में इंसानी खोपड़ी लेकर गया था। इसने दावा किया था कि यह खोपड़ी जिन सैंकड़ों लाशों को उसने दफनाया उनमें से एक पीड़िता की है। व्यक्ति ने इस मामले से जुड़े बाकि सारे सबूत सुप्रीम कोर्ट के एक वकील केवी. धनंजय को भी दिए है। उसका कहना है कि कई लोग उसे जान से मारना चाहते है, इसलिए वह पहले ही मामले से जुड़े सबूत सुरक्षित कर रहा है ताकि अगर उसे कुछ हो भी जाए तो भी यह जांच बंद न हो।

पुलिस ने नहीं शुरु की जांच

व्यक्ति की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज की है लेकिन अभी तक इस मामले की जांच शुरु नहीं की है। साथ ही पुलिस ने व्यक्ति की बताई उन अन्य जगहों पर खुदाई का काम भी अभी तक शुरु नहीं किया है, जहां उसके अनुसार अन्य लाशें दफ्नाई गई है। राज्य के होम मिनिस्ट से इस मामले में जांच शुरु न होने के बारे में सवाव किए जाने पर उन्होंने कहा कि कोर्ट के डायरेक्शन आने के बाद मामले की जांच शुरु की जाएगी।

पीड़ितों के परिवार भी आए सामने

इस व्यक्ति की शिकायत की खबर सामने आने के बाद से ही एक के बाद कई ऐसे लोग सामने आ रहे है, जिनका कोई अपना सालों पहले अचानक गायब हो गए था या उसकी रहस्यमयी तरीके से जान चली गई थी। ऐसा ही एक मामला 2003 में सामने आया था। तब सुजाता नाम की एक मेडिकल स्टूडेंट अचानक इस गांव से गायब हो गई थी। सुजाता की तलाश में उसकी मां कई दिनों तक दर दर भटकती रही थी लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत तक दर्ज नहीं की थी। अब सालों बाद इस शिकयात की खबरें सामने आने पर एक बार फिर सुजाता की मां धर्मस्थला पुलिस के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंची है। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच करने का भरोसा दिलाया है।

इन केसों से भी उठेगा पर्दा

सुजाता के साथ साथ सौजन्या, अनन्या, नारायण और यमुना, वेदावल्ली, पद्मलता, यूडीआर फॉरेस्ट और लॉड्ज डेथ केस जैसे भी कई रेप, मर्डर और गुमशुदगी के केस है जिनके राज सालों से दफन है। अब जब अचानक इस व्यक्ति ने सैंकड़ों मौतों की जानकारी पुलिस को दी है तो यह उम्मीद लगाई जा रही है कि इन लोगों की मौत के राज से भी पर्दा उठ सकता है। इस मामले की अभी अपने शुरुआती चरणों में है लेकिन अभी से इसने पूरे कर्नाटक में सनसनी मचा दी है। अगर इसकी जांच में व्यक्ति के दावे सच पाए जाते है तो यह देश के सबसे दिल दहला देने वाले खुलासों में से एक होगा।

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