आतंकवाद पर पश्चिमी देशों का चरित्र दोहराः अकबर बेल्जियम में भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद के नेतृत्व वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद पर यूरोपीय देशों की निष्क्रियता पर सवाल उठाए। पूर्व मंत्री एमजे अकबर ने पश्चिमी देशों पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अमरीका को आतंक के खिलाफ दूर जाकर भी कार्रवाई की छूट मिलती है, जबकि भारत से संयम की अपेक्षा की जाती है। उन्होंने पूछा, क्या भारतीय जीवन कम कीमती है? प्रतिनिधिमंडल इससे पहले ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली और डेनमार्क का दौरा कर चुका है।
पार्टी के खिलाफ ट्वीट का सवाल ही नहीं: खुर्शीद पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने अपनी ‘एक्स’ पोस्ट को लेकर उठे विवाद पर सफाई देते हुए कहा कि उनका बयान कांग्रेस के खिलाफ नहीं, बल्कि उन लोगों के लिए था जो खुद को देशभक्त नहीं मानते। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस ने ही उन्हें विदेश दौरे पर भेजा था, ऐसे में पार्टी के खिलाफ ट्वीट का सवाल ही नहीं उठता। खुर्शीद आतंकवाद पर भारत का पक्ष रखने वाले बहुपक्षीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। उन्होंने राहुल गांधी को अपना नेता बताते हुए उनके सवालों को लोकतांत्रिक अधिकार कहा।
किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की भारत को जरूरत नहीं- थरूर ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच के तहत पाक को बेनकाब करने के लिए वाशिंगटन डीसी पहुंच चुके कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने राहुल गांधी के ‘नरेंद्र सरेंडर’ वाले बयान को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा – ‘भारत को किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की जरूरत नहीं थी। हमने कभी किसी से कुछ मांगा नहीं।’ थरूर ने ट्रंप के दावों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत को रुकने के लिए किसी की सलाह की जरूरत नहीं थी, और जब पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की बात शुरू की, तब भारत ने भी जवाब दिया। थरूर ने यह भी जोड़ा कि भविष्य में भी अगर पाकिस्तान से आतंकी हमले होते हैं, तो भारत बल प्रयोग करने के लिए तैयार है। थरूर ने कहा कि राष्ट्रहित में उठाए गए सवालों को पार्टी विरोधी नहीं समझा जाना चाहिए। भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर उन्होंने कहा – ‘मैं संसद का निर्वाचित सदस्य हूं और कार्यकाल के 4 साल बचे हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि ऐसे सवाल क्यों किए जा रहे हैं।’