निगम नेता प्रतिपक्ष को नहीं मिली कुर्सी सदन शुरू होते ही नगर निगम नेता प्रतिपक्ष दीपक मुल्लू राठोर को कुर्सी नहीं मिली तो जमीन पर बैठ गए। इस बीच सांसद, विधायक के प्रतिनिधि भी पहुंचे। पार्षद रामगोपाल शर्मा और प्रकाश यादव ने कहा कि सांसद प्रतिनिधि और विधायक प्रतिनिधियों की कुर्सी परंपरागत महापौर के बगल होनी चाहिए। लेकिन पार्षदों के बीच में लगा दिया। पार्षद भी नेता प्रतिपक्ष के साथ जमीन पर बैठकर हंगामा करने लगे। हंगामा देख सांसद, विधायक प्रतिनिधि दोनों बैरंग लौट गए।
सदन से बैरंग लौटे सांसद, विधायक प्रतिनिधि बैठक शुरू होने से पहले नेता प्रतिपक्ष का नाम सीट पर चिट नहीं होने पर हंगामा शुरू हो गया। नेता प्रतिपक्ष दीपक मुल्लू राठौर जमीन पर बैठ गए। कुछ देर से सांसद प्रतिनिधि के रूप में विधायक के पति मुकेश तनवे और विधायक प्रतिनिधि के रूप में भाजपा के पूर्व अध्यक्ष हरीश कोटवाले पहुंचे। दोनों प्रतिनिधियों का एमआईसी सदस्य सोमनाथ काले ने माइक पर एनाउंस कर स्वागत किया। प्रतिनिधियों के बैठने की व्यवस्था मंच की बजाए पार्षदों के साथ नीचे की गई थी। इसे लेकर पार्षद रामगोपाल शर्मा और प्रकाश यादव ने कहा सांसद, विधायक प्रतिनिधियों के बैठने की व्यवस्था परंपरागत नहीं की गई। दोनों पार्षद नेता प्रतिपक्ष के साथ जमीन पर बैठकर हंगामा करने लगे। सदन का माहौल देख दोनों प्रतिनिधि बाहर चले गए। बाहर मान मनौव्वल के बाद भी सांसद व विधायक प्रतिनिधि सदन में शामिल नहीं हुए।
प्रश्नकाल में कर्मचारी के सवाल पूछने पर सदन स्थगित प्रश्नकाल के दौरान पार्षद प्रकाश यादव ने सवाल पूछा कि निगम कार्यालय में अंकित नाम के कर्मचारी की नियुक्ति और एमआईसी की ओर से तीस हजार से 85 हजार रुपए वेतन कैसे बढ़ गए के सवाल पर निगम अध्यक्ष अनिल विश्वकर्मा ने अनिश्चितकाल के लिए बैठक स्थगित कर दिया।
भाजपा, कांग्रेस पार्षदों ने एक दूसरे के खिलाफ की नारेबाजी प्रश्न काल के दौरान निर्दलीय पार्षद प्रकाश यादव ने सवाल पूछा कि अंकित नाम के कर्मचारी की एमआईसी कैसे हर साल वेतन बढ़ा रही है। सुना है तीस से 85 हजार पहुंच गया है। इस सवाल पर अध्यक्ष अनिल विश्वकर्मा ने कहा, बगैर प्रश्न लगाए सवाल नहीं पूछ सकते हैं। कांग्रेस पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। निगम अध्यक्ष सदन को अनिनिश्तिकाल स्थगित कर कुर्सी छोड़ दी। अध्यक्ष के जाते ही महापौर के साथ भाजपा पार्षद सभागार से बाहर निकल गए। महापौर अमृता यादव ने कहा कांग्रेस राष्ट्रपिता और महिलाओं का सम्मान नहीं है। कांग्रेस ने नोट के जिस प्रतीक को हवा में उड़ाए। वह जमीन पर पैरों तले कुचले जा रहा है। उसमें राष्ट्रपिता की तस्वीर है। एमआईसी सदस्यों ने भी नोटों के प्रतीक को दिखाते हुए विरोध दर्ज किया।
कांग्रेस पार्षदों ने बजाए भोंपू, हवा में उड़ाए नोट का प्रतीक कांग्रेस पार्षद साधारण सभा की बैठक में शामिल होने ठेले पर गाजे-बाजे के साथ जुलूस में पहुंचे। हाथ में भ्रष्टाचार के स्लोगन लिखी तख्तियां लिए हुए थे। भोंपू बजाकर बजट को भ्रष्टाचार का बजट बताया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष के साथ आए समर्थकों ने हवा में गांधी के चित्र वाले नोट के प्रतीक को हवा में उड़ाकर विरोध दर्ज किया।
पार्षदों के प्रश्नों पर हंगामा, 20 सावल में सिर्फ पांच के जवाब सदन के दूसरे सत्र में प्रश्नों के जवाब की प्रकिया हंगामे की भेंट चढ़ गई। पार्षदों ने 20 प्रश्न लगाए हैं। इसमें सिर्फ पांच पर ही सवाल जवाब हुए। चंद्रकांता मिलेंदू ने पूछा अटल बस क्यों चालू नहीं हुई। बस स्टैंडों पर बसों से अब तक कितना शुल्क वसूल किया गया। वसूल किए गए शुल्क से विकास क्या हुआ। नेता प्रतिपक्ष ने सवाल पूछा तो अध्यक्ष ने कहा, जिस पार्षद का प्रश्न है वहीं सवाल करेंगे। इस पर हंगामा शुरू हो गया। निलोफर सराफत खान ने पूछा दो लाख से अधिक लागत के कितने टेंडर हुए, वार्ड वार ठेकेदारों के नाम के साथ लिस्ट दी जाए। 552 कार्यों का जवाब मिला। डीजल सिहाड़ा से लेने के सवाल पर जवाब मिला कोई उधार नहीं दे रहा। मोनिका बजाज ने पूछा मटन मार्केट और सिनेमा चाैक पर किसके आदेश से ठेले किसकी अनुमति से लगे हुए हैं। बुधवारा बाजार में ठेला और फल बाजार में अतिक्रमण हटाए जाएं।
हंगामे के बीच मेज थपथपाकर बजट पास किया हंगामे के बीच महापौर अमृता यादव ने वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट प्रस्तुत किया। बहुमत से स्वीकृत कर दिया गया। इस वर्ष 528.4849 करोड़ रुपये का है। बजट ‘ नो प्रॉफिट, नो लॉस ’ की नीति पर आधारित है। इसमें सीवरेज अमृत योजना, सीसी मार्ग समेत 17 बड़े प्रोजेक्ट शामिल किया है। सम्मेलन की अध्यक्षता पीठासीन अधिकारी एवं निगम अध्यक्ष अनिल विश्वकर्मा ने की। सम्मेलन की शुरुआत राष्ट्रगान से हुआ।
म्मेलन में रहे ये सदस्य अध्यक्षता पीठासीन अधिकारी एवं निगम अध्यक्ष अनिल विश्वकर्मा ने की। इस अवसर पर एमआईसी सदस्य राजेश यादव, उषा दीना पवार, विक्की भानवरे, सोमनाथ काले, आशीष चटकेले, अनिल वर्मा सहित आयुक्त प्रियंका राजावत, सचिव एसआर सिटोले तथा पक्ष और विपक्ष के सभी पार्षदगण उपस्थित रहे।
इन विकास कार्यों के लिए अमृत 2.0 सीवरेज योजना 188.00 करोड़ अमृत जल प्रदाय योजना 74.50 करोड़ डामर रोड निर्माण 39.50 करोड़ कंक्रीट रोड निर्माण 23.05 करोड़ गीता भवन निर्माण 20.00 करोड़
दुकान, गोदाम, मॉल निर्माण 20.00 करोड़ नवीन निगम कार्यालय भवन निर्माण 13.00 करोड़ बायो गैस प्लांट निर्माण 13.00 करोड़ लेगेसी कचरा निपटान योजना –5.50 करोड़ चौराहों का विकास 4.80 करोड़
नाला-नाली निर्माण 4.75 करोड़ तालाबों का संरक्षण एवं पुनर्जीवन 3.00 करोड़ रामेश्वर कुंड का विकास 2.60 करोड़ हरिश्चंद्र मुक्तिधाम विकास एवं निर्माण 2.55 करोड़ घर-घर नल कनेक्शन योजना 2.01 करोड़
स्टेडियम निर्माण एवं उन्नयन 2.00 करोड़ मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना 1.65 करोड़ सुर्खियों में रही ये… लाइनें भाजपा की महिला पार्षद ने सदन में फोटो बाज नेता का दिखाए पोस्टर। नेता प्रतिपक्ष के साथ पार्षदों के विरोध को लेकर फोटो बाज नेता की हूटिंग ।–नगर निगम नेता प्रतिपक्ष ने भ्रष्टाचार के कार्टून के साथ हवा में उड़ाए नोटों का प्रतीक ।
इनका कहना वर्जन–महापौर अमृता यादव का कहना है कि सदन में शहर के विकास का बजट पास हुआ है। किसी तरह का टैक्स नहीं बढ़ा है। इस बजट से जनता को सहूलियत और सुविधाएं बढ़ेंगी। बजट में सीसी मार्ग, सीवरेज लाइन समेत कई बड़े प्रोजेक्ट शामिल किए गए हैं। हर बैठक में कांग्रेस विकास कार्यों में रोडा डालती है।
वर्जन–नेता प्रतिपक्ष दीपक उर्फ मुल्लू राठौर का कहना है कि सदन में सांसद, विधायक प्रतिनिधियों को बुलाकर अपमानित किया गया। उनके बैठने तक जगह नहीं दिया। हम शहर के विकास पर चर्चा करने आए थे। उन्होंने दादा गीरी से बजट पास किया गया। काल्पनिक बजट है। जनता का इससे कोई लेना देना नहीं है।