श्वेत पत्र से पता चलता है कि फिनटेक कंपनियों ने मार्च 2024 तक पूरे देश में ₹2,48,006 करोड़ से अधिक के वैयक्तिक ऋण और ₹28,607 करोड़ के व्यावसायिक ऋण की सुविधा प्रदान की है। ये ऋण, जो अक्सर ₹50,000 से कम के होते हैं, मुख्य रूप से न्यू-टू-क्रेडिट (एनटीसी) व्यक्तियों, कम क्रेडिट फाइल वाले लोगों और सब-प्राइम ऋण लेने वालों तक पहुंचे हैं, जिनमें से कई को पहले औपचारिक वित्तीय सिस्टम से बाहर रखा गया था।
एक्सपीरियन इंडिया के कंट्री मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष जैन ने कहा, भारत में फिनटेक क्रांति अभी शुरू हुई है, और विकास की अपार संभावनाएं हैं। फिनटेक कंपनियों ने पहले ही उन लोगों को ऋण प्रदान करके एक बड़ा प्रभाव डाला है जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जानाबाकी है। इस श्वेत पत्र में प्रस्तुत अंतर्दृष्टियाँ आगे आने वाले अवसरों और चुनौतियों दोनों को उजागर करती है।