क्या था मामला?
जानकारी के अनुसार, रविवार को भंगेल निवासी एक किशोरी अपनी बहन के साथ चाइल्ड पीजीआई अस्पताल में इलाज के लिए पहुंची थी। किशोरी को कार्डियो संबंधी समस्या होने पर डॉक्टर ने ईसीजी कराने के लिए भेजा। किशोरी ईसीजी और टीएमटी जांच के लिए आगरा के रहने वाले तकनीशियन के पास पहुंची। जांच के दौरान अचानक किशोरी चिल्लाती हुई कक्ष से बाहर निकली और टेक्नीशियन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को थाने ले गई।
आरोपी से की जा रही पूछताछ
एडीसीपी नोएडा, सुमित कुमार शुक्ला ने बताया, ‘पीड़िता की शिकायत पर आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शुरुआती जांच में ऐसा कोई ठोस तथ्य नहीं मिला है। मामले की जांच के बाद ही उचित कार्रवाई की जाएगी।’ चाइल्ड पीजीआई के निदेशक प्रोफेसर अरुण कुमार सिंह ने कहा कि, ‘अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को पूरी तरह से सहयोग देने का आश्वासन दिया है।’
कर्मचारी विरोध में उतरे
इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद से अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ और अन्य कर्मचारियों में नाराजगी देखी जा रही है। सोमवार को 250 से अधिक नर्सिंग स्टाफ ने अस्पताल परिसर में जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि किशोरी ने गलत आरोप लगाकर उनके सहयोगी कर्मचारी को फंसाया है। उनका कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य सबूतों के आधार पर ही कोई निष्कर्ष पर पहुंचा जाए। विरोध-प्रदर्शन के कारण अस्पताल की सामान्य सेवाओं पर आंशिक असर देखने को मिला, हालांकि अस्पताल प्रशासन ने स्थिति को संभालते हुए जरूरी सेवाएं चालू रखने की बात कही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और सभी पहलुओं की गहराई से जांच की जा रही है। यदि आरोप झूठे पाए जाते हैं, तो आरोपी के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।