एयरो इंडिया के दूसरे दिन मंगलवार सुबह करीब तीन घंटे से अधिक समय तक हवाई अड्डे की ओर जाने वाले बल्लारी रोड पर लगभग चार किलोमीटर तक यातायात धीमा रहा। सुबह 8 बजे से लेकर 11 बजे तक लंबे जाम के कारण वाहन रेंगते रहे।
हेब्बाल क्रॉस पर यातायात काफी धीमा रहा। केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (केआइए) रोड और आस-पास के इलाकों में जाम की स्थिति बन गई और काफी देर तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रही। शाम को हवाई अड्डे की तरफ से शहर लौटने वाले लोगों को भी जाम का सामना करना पड़ा।
सोमवार को जाम में फंसने के कारण जर्मनी के पायलटों का समूह उद्घाटन समारोह में नहीं पहुंच पाया था। हालांकि, पुलिस ने कहा था कि इन पायलटों ने विदेशी प्रतिनिधियों के लिए चिह्नित गलियारे को उपयोग नहीं किया जो सुगम यातायात के लिए बनाए गए थे।
यातायात जाम की वजह से शहर के लोगों में निराशा और राजनीतिक बहस देखने को मिल रही है। यातायात की समस्या ने शहर में बुनियादी ढांचे और इवेंट मैनेजमेंट के बारे में चल रही बहस में एक और परत जोड़ दी है। आयोजन से ठीक पहले पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने यातायात को सुचारू रखने की विशेष व्यवस्थाएं करने के दावे किए थे।
यलहंका एयरबेस के आसपास के इलाकों की सडक़ें चौड़ी करने और आने-जाने के नए रूट बनाने के साथ ही व्यवस्थित पार्किंग के दावे किए गए थे, जो कि शो शुरू होते ही चंद घंटों में ध्वस्त हो गए।
लोगों की शिकायत है कि पुलिस के रूट डायवर्ट करने के कारण यातायात चलाने में मदद मिलने के बजाय बाधाएं ही खड़ी हो रही हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग गुस्सा जाहिर करते रहे।