स्वदेशी वस्तुओं के ज्यादा से ज्यादा प्रयोग के लिए सरकार को इन उद्योगों को प्रोत्साहित करना होगा, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा इन स्वदेशी वस्तुओं को खरीदें। सरकार को इन वस्तुओं के प्रसार-प्रचार का कार्य करना चाहिए, ताकि लोगों तक इनकी पहुंच बढ़ें। – अजीतसिंह सिसोदिया, खारा बीकानेर
स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा लोगों को प्रोत्साहित करना और प्रचार अभियान चलाना चाहिए, जिससे लोगों को इसके बारे में जानकारी मिले और इन्हें खरीदने के लिए प्रेरित हो। उत्पादनों की गुणवत्ता में सुधार करना चाहिए, गुणवत्ता दिखाने के लिए बेहतर पैकेजिंग और लेवलिंग की जानी चाहिए। स्थानीय मेलों हाटो और प्रदर्शनियों का आयोजन करना चाहिए। सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट आदि के द्वारा प्रचार करना चाहिए। युवाओं को हस्तशिल्प हथकरघा और जैविक खेती आदि पारंपरिक व्यवस्थाओं में प्रशिक्षण देना चाहिए। मेड इन इंडिया प्रोजेक्ट के माध्यम से लोगों को जागरूक करना चाहिए। – लहर सनाढ्य, उदयपुर
स्वदेशी उत्पादों के निर्माण और विपणन के लिए सरकार और जनता को मिलकर कार्य करना आवश्यक है। ग्रामीण स्तर पर स्वदेशी उद्योगों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए उन्हें सहकारी संस्थानों के रूप में संगठित किया जाना चाहिए। साथ ही, स्वदेशी उत्पादों की व्यापक पहचान के लिए विशिष्ट लोकल ब्रांड और आकर्षक डिज़ाइन विकसित किए जा सकते हैं, ताकि वे बाज़ार में प्रतिस्पर्धा कर सकें। – रणवीर बारूपाल, सूरतगढ़
स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सरकार और समाज को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। लोगों को स्वदेशी उत्पादों के प्रति जागरूक बनाना और स्थानीय उद्योगों को समर्थन देना महत्त्वपूर्ण है। सरकारी नीतियों में बदलाव, उत्पादों की बॉन्डिंग और मार्केटिंग की उचित व्यवस्था, प्रोत्साहन योजना शुरू करना, उत्पादन बढ़ाने के लिए तकनीक और
कौशल विकास पर ध्यान, स्वदेशी उत्पादों की खरीद को प्राथमिकता और विदेशी वस्तुओं व चीनी उत्पादों को खरीदने से परहेज व उत्पादों का पूरी तरह से बायकॉट, स्वदेशी उद्योगों को सरकार द्वारा वित्तीय सहायता ,अनुदान, कम ब्याज पर कर्ज मुहैया कराना, लोगों को अधिक उपयोग करने के लिए प्रचार -प्रसार के उपाय, ग्रामीण लघु व कुटीर उद्योगों को
बढ़ावा, उत्पादों की गुणवत्ता पर ध्यान, लोगों द्वारा उत्पादों के अधिक उपयोग का संकल्प और अपने परिचितों को उपयोग के लिए प्रेरित करना व सरकार और लोगों की सामूहिक संकल्पबद्धता जरूरी है। – शिवजी लाल मीना, जयपुर
स्वदेशी उत्पादों को बढ़ाने के लिए कुछ महत्त्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं। स्वदेशी उत्पादों की गुणवत्ता को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए। इससे ग्राहकों को बेहतर उत्पाद मिलेंगे और उनका भरोसा बढ़ेगा। लोगों को स्वदेशी उत्पादों के लाभ और महत्त्व के बारे में बताया जा सकता है। सरकार और उद्योगों को स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए नीतियां और प्रोत्साहन विकसित करने चाहिए। इन सभी कदमों को एक साथ उठाने से स्वदेशी उत्पादन को बढ़ाने में मदद मिल सकती है और देश के विकास में योगदान दिया। – अमला श्वेता, भोपाल