बोल्ड सीन्स पर भड़के परेश रावल
इस पर परेश रावल का कहना था कि कंटेंट समाज का आइना होता है, हम वही दिखाते हैं जो समाज में मौजूद है। लेकिन हमें इसे समझदारी और विवेक से दिखाना चाहिए। कुछ चीजें हैं जिन्हें हम इशारे-इशारे में पेश कर सकते हैं। न कि हर चीज को साफ दिखाना चाहिए। परेश ने ये भी बताया कि दर्शकों ने धीरे-धीरे हर दूसरे-तीसरे शो में गालियों और बोल्ड सीन के दिखाई देने से थक जाना शुरू कर दिया था। ये सब कुछ एक सस्ते तरीके से दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास है और कुछ भी नहीं।
जनता की राय और स्वाद पर नियंत्रित
इस पर अब दर्शक थक गए है और जब निर्माता नहीं रुक रहे है, तो सरकार को इस पर कदम उठाना चाहिए। सरकार का काम है जनता की राय और स्वाद को नियंत्रित करना। बता दें कि लॉकडाउन के समय परिवारों के लिए एक साथ बैठकर कंटेंट देखना मुश्किल था। क्योंकि जब भी कोई असहज दृश्य आता, तो लोग बेमन से कमरे से बाहर चले जाते थे। जिससे सामूहिक रूप से कंटेंट देखना और भी कठिन हो गया था।