Bus Accident: प्रयागराज महाकुंभ में स्नान कर राजस्थान के पाली के कोसेलाव गांव आ रही श्रद्धालुओं से भरी बस देसूरी-चारभुजा नाल मार्ग में पंजाब मोड़ पर रात करीब 12 बजे पलट गई। इस हादसे में करीब 30 यात्रियों के घायल होने की सूचना है। इसमें 3 गंभीर घायल हैं। बस में एक ही गांव के 46 लोग सवार थे। हादसा ब्रेक फेल होने के चलते हुआ।
जानकारी के अनुसार बस में सवार यात्री दर्शन के लिए प्रयागराज महाकुंभ गए थे, जो मंगलवार रात को तखतगढ़ स्थित अपने गांव कोसेलाव लौट रहे थे। इसी दौरान देसूरी नाल घाट सेक्शन के पंजाब मोड़ के पास बस का ब्रेक फेल हो गया, जिससे बस पलट गई। घटना की सूचना मिलते ही चारभुजा पुलिस व एम्बुलेंस मौके पर पहुंची। घायलों को निकालकर चारभुजा अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका उपचार जारी है।
46 यात्री थे बस में सवार
चारभुजा थानाधिकारी प्रीति रतनु के अनुसार बस में बड़े-बच्चों और ड्राइवर को मिलाकर कुल 46 लोग सवार थे, जो कि एक ही गांव के थे। ये सभी महाकुंभ से कोसेलाव अपने घर लौट रहे थे। पंजाब मोड़ के पास दुर्घटना हो गई। हादसे में 3 यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं। आपको बता दें कि 18 घायलों को चारभुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 2 को बड़े अस्पताल रेफर किया गया है।
8 मामूली रूप से घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। गंभीर रूप से घायल ओम पुत्र अमित कुमार, उम्र 10 साल का एक हाथ कट गया है। हादसे में आशिका पुत्री प्रकाश चंदेल (15), तमन्ना पत्नी सुरेश चंदेल (22), कन्या पत्नी तुलसीराम (60), मथुरा पत्नी मिठालाल (55), पार्वती पत्नी राजू (50), संगीता पत्नी विशाल (25), विवेक पुत्र विशाल (18), अमित पुत्र मानाजी (47), भावेश पुत्र प्रकाश (21), प्राची पुत्री अमित (17), पानी बेन पत्नी भोमाराम (60), जिहांन पुत्र संजय (5), भोमाजी पुत्र नवला राम (82), विजय पुत्र राजू भाई (19), फाल्गुनी पुत्री प्रकाश (19), निमित पुत्र मनीष (11), मूली बेन पत्नी चम्पत (32), विमला पत्नी अमित (45), नीलम पुत्री अमित (20), राजू पुत्र मानाजी (54), काजल पुत्री अमित (18), पूजा पुत्री आकाश (29), सुरेश पुत्र राजू भाई (26), दाकु बेन पत्नी मानाजी (85), निशा पुत्री राजू भाई (23), दामिनी बेन जिग्नेश भाई (30), आकाश पुत्र सोहन भाई (26), मनीष पुत्र फ़ाऊलाल (39), रोहन पुत्र मनीष (13) और ज्योति पत्नी मनीष (34) घायल हुए हैं। सूचना पर मौके पर कुम्भलगढ़ डिप्टी ज्ञानेन्द्र सिंह मय जाप्ता पहुंचे हैं।
रणकपुर घाट की बजाय चुना देसूरी नाल मार्ग
एक यात्री ने बताया कि वे रणकपुर घाट से होते हुए जाने वाले थे, लेकिन वहां संकरा रास्ता व गहरी खाई के डर के कारण देसूरी नाल रास्ता सुगम लगा, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि देसूरी नाल में उनकी बस का एक्सीडेंट हो जाएगा।
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नहीं थम रहे हादसे
देसूरी नाल में लगातार हो रहे हादसों को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में भारी रोष है। पिछले दिनों ही एक स्कूली बस पलटने से लगभग तीन की मौके पर ही मौत हो गई थी। लगातार हो रहे हादसे लोगों में भय पैदा कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि पंजाब मोड़ पर अक्सर ऐसे हादसे होते रहते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है। उन्होंने मांग की है कि प्रशासन को इस मोड़ पर यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। एलिवेटेड रोड बनाने से ही हादसों में कमी आ सकती है।