सखी सेंटर प्रबंधक देवी बाबणिया ने बताया कि बुधवार सुबह ग्रामीणों ने सूचना दी कि शहर के निकट भालेलाव-निंबाड़ा गांव की शरद पर जीवित अवस्था में नवजात बच्ची झाडि़यों में पड़ी मिली है। इसे कोई फेककर चला गया है। बच्ची एक गर्म शॉल में लिपटी हुई और गर्म वस्त्र पहने हुई थी। जिसके बाद सदर थाना पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस उप निरीक्षक ओमप्रकाश व अन्य पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंच बच्ची को पाली के बांगड़ अस्पताल स्थित मातृ शिशु स्वास्थ्य केन्द्र के एनआइसीयू वार्ड में लाकर भर्ती करवाया। जहां शिशु रोग चिकित्सक मनोज कुमार ने बताया कि बच्ची स्वस्थ्य है और बच्ची का जन्म करीब 15 से 20 पहले हुआ है।
ग्रामीणों ने नवजात बच्ची को सीने से लगाया
निम्बाड़ा उप सरपंच अमजद खान ने बताया कि बुधवार सुबह वो सड़क किनारे गुजर रहा था। इस दौरान दूर झाडि़यों से एक मासूम बच्चे की रोने का आवाज सूनी। पास जाकर देखा तो एक बच्चा शॉल में ओढ़ा नजर आया। इसके बाद उसने अपने भाई को इसकी जानकारी। भाई ने आसपास के ग्रामीणों को मौके पर बुलाया। इस दौरान बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने अपने स्तर पर नवजात बच्ची के परिजनों की तलाश के लिए भालेलाव, निम्बली और निम्बाड़ा गांव में लोगों से सम्पर्क करते हुए प्रयास किया। बच्ची को रोता देख ग्रामीण गाय का दूध बोतल में भरकर लाए और बच्ची को पिताते हुए उसे सीने से लगाया। इस दौरान भैराराम देवासी भालेलाव, तुलसाराम मेघवाल भालेलाव, हिकलाच खान निम्बाड़ा, ओमप्रकाश मेघवाल भालेलाव, गिरधारी सिंह, अमरराम गुर्जर आदि ग्रामीण मौजूद रहे।
1 फरवरी को रूपावास में झाड़ियों में मिली थी नवजात
शहर के निकट रूपावास गांव के मैन चौराहे के पास 1 फरवरी की अलसुबह एक नवजात खून से सनेकपड़ों में झाड़ियों में मिली। जिसे ग्रामीणों के सहयोग से बांगड़ अस्पताल पहुंचाया गया। बच्ची का शिशु रोग विभाग में उपचार किया गया था।
6 फरवरी को महावीर नगर में मिला था मृत भ्रूण
पाली शहर के महावीर नगर क्षेत्र के एक पार्क में 6 फरवरी की सुबह एक भ्रूण मिला। श्वानों ने उसके दो पैर व एक हाथ नोंच लिए थे। सूचना के बाद मौके पर पहुंची कोतवाली थाने की पुलिस ने भ्रूण को कब्जे में लेकर बांगड़ अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया था।