साइबर एक्सपर्ट ने कहा कि जागरूकता ही एकमात्र उपाय है जिससे साइबर ठगों के नेटवर्क को ध्वस्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान पत्रिका और साइबर पुलिस जागरूकता अभियान चला रही है। उन्होंने कहा कि गलती किसी से भी हो सकती है, लेकिन घबराएं नहीं। आपके साथ कभी साइबर ठगी हो या साइबर ठगों के चंगुल में फंस चुके हों तो सबसे पहले घर के मुखिया अथवा परिवार के सदस्यों को अवगत कराएं। तत्पश्चात साइबर पुलिस को सूचना दें। फोन पर किसी से भी ओटीपी शेयर नहीं करें। बच्चों को मोबाइल देते समय भी सावधानी रखें। खासतौर से बैंक खाते के पासवर्ड इत्यादि सुरक्षित रखें और बार-बार बदलते रहें। पुलिस के नाम से फोन पर आपको कभी कोई धमकाए तो डरने की जरूरत नहीं है। सीधे नजदीक के पुलिस थाने में संबंधित फोन नंबरों की जानकारी दें, ताकि ठगी से बच सकें।
ये रहे मौजूद
इस दौरान निवर्तमान पार्षद ओमप्रकाश स्वामी, विट्ठल दास बागड़ी, हरिभाई तुलसवानी, लक्ष्मणदास आडवानी, दिनेश दवे, कमल सांगानेरिया, आजादसिंह खंगारोत, रमेश सैन, अनिल शर्मा, जगदीश साहू, अमन सांसी, नरेश तुलसवानी, रमेश हेमनानी समेत कई लोग मौजूद रहे।