दरअसल रोहट वन विभाग में कार्यरत वनरक्षक पाल जोधपुर निवासी कुन्दनसिंह की तीन मार्च को अचानक तबीयत खराब होने से मृत्यु हो गई। जब उनकी पत्नी विनोद कंवर को पता चला तो लगातार दो दिन सदमे में रहने के बाद बुधवार को उसकी तबीयत खराब हो गई। परिजन उसे लेकर जोधपुर अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकाें ने मृत घोषित कर दिया।
जैसे ही यह समाचार परिवार व रिश्तेदारों में फैला तो परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा व रो-रोकर बुरा हाल हो गया। कुन्दनसिंह रोहट वन विभाग में वनरक्षक पद पर कार्यरत था। कुन्दनसिंह के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटने से पूरा परिवार बिखर गया। कुछ समय पहले ही कुन्दन सिंह की मां के हार्ट का ऑपरेशन करवाया था वो भी अस्वस्थ है। ऐसे में दो छोटे बच्चों की जिम्मेदारी अब दादी पर आ गई है। विनोद कंवर की मौत के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार किया।
एक बच्चा परीक्षा देने गया, पता ही नहीं मां चल बसी
कुन्दनसिंह के दो पुत्र है बड़ा पुत्र 17 वर्ष जयवर्द्धनसिंह व छोटा 13 वर्ष का अभिषेक सिंह। जयवर्द्धन कक्षा दस में पढ़ाई करता है तथा सीकर में परीक्षा देने गया था। उसको पता ही नहीं कि उसकी माता का देहान्त हो गया। परिजनों ने यही बताया कि उनकी तबीयत खराब है और उसे सीकर से वापस बुलाया।