शनिवार सुबह आना गांव के खेत में घायल अवस्था में पैंथर विचरण करता दिखाई दिया तो लोगों ने देसूरी वन विभाग को सूचना दी। रेंजर कानसिंह देवासी व वनकर्मी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की भीड़ जमा हुई तो पुलिस बुलानी पड़ी। लोगों की हुड़दंग से पैंथर तारबंदी फांदता हुआ आगे बढ़ गया।
वहीं, घायल पैंथर के रेस्क्यू के लिए जोधपुर माचिया पार्क से ट्रेंकुलाइज स्पेशल टीम राजूसिंह व बंशीलाल पहुंचे तथा पैंथर का ट्रेंकुलाइज किया। उसके बाद पिंजरे में डालकर देसूरी वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर लाया। जहां वेटेनरी डॉ. नथाराम चौधरी ने उपचार किया। ट्रेंकुलाइज विशेषज्ञ बंशीलाल सांखला ने कहा कि पैंथर के पांव में तार का फंदा लगा था। इससे पांव में गहरा घाव है। रेस्क्यू करने में देसूरी रेंजर कानसिंह देवासी, मांगीलाल, देवीसिंह, विशनसिंह आदि का सहयोग रहा।
पैंथर पीछे दौड़ा तो जान बचाकर भागे
घायल पैंथर के रेस्क्यू के दौरान रोमांचक दृश्य देखने को मिला। रेस्क्यू दल सदस्यों और युवाओं ने पैंथर को पकड़ने का प्रयास किया। वे जाली लेकर खेत गए और पैंथर पर डालने की कोशिश की। हालांकि, पैंथर ने अचानक पीछे दौड़ना शुरू कर दिया, जिससे सब अपनी जान बचाकर भागने लगे। कुछ युवा खेत में गिर भी गए। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।