ऑनलाइन दर्शन का उठा पाएंगे लाभ
महाशिवरात्रि के दौरान संभावित भीड़ और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए काशी को 6 जोन और 18 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। PAC, पैरामिलिट्री फोर्स, NDRF, SSB और ATS की टीमें तैनात की गई हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि भीड़ को देखते हुए बुजुर्ग बच्चे और अस्वस्थ लोग ऑनलाइन दर्शन का लाभ उठाएं। ATS की दो टीमें लगातार जांच में जुटी
महाशिवरात्रि के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर 6 कंपनियां PAC, 3 कंपनियां SSB और एक फ्लड PAC कंपनी तैनात की गई हैं। घाटों पर NDRF की टीमें भी मुस्तैद रहेंगी। 1790 अतिरिक्त पुलिसकर्मी अन्य जिलों से बुलाए गए हैं, और पूरे रूट पर ड्रोन सर्विलांस किया जा रहा है। संभावित आतंकी खतरे को देखते हुए ATS की दो टीमें लगातार जांच में जुटी हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर को रोशनी से सजाया गया
महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर को रोशनी से सजाया गया है। एलईडी स्क्रीन पर आरती का लाइव प्रसारण होगा, लेकिन 27 फरवरी तक वीआईपी दर्शन बंद रहेंगे। भक्तों को केवल झांकी दर्शन की सुविधा मिलेगी और गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा कड़ी की गई है। महाकुंभ के चलते मंदिर में रोजाना सात लाख से अधिक श्रद्धालु आ रहे हैं, और 26 फरवरी को यह संख्या 14-15 लाख तक पहुंच सकती है। भीड़ नियंत्रण के लिए व्हीलचेयर, ई-रिक्शा और गोल्फ कार्ट की व्यवस्था की गई है, ताकि वृद्ध और दिव्यांग भक्तों को सुविधा मिल सके।